कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि संगठन को सर्वोपरि रखते हुए पार्टी हाईकमान राज्य में आपसी खींचतान का समाधान करने के लिए रास्ता निकाल लेगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गलहोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सत्ता की रस्साकशी का सामना प्रदेश में सत्तारूढ़ दल (कांग्रेस) को करना पड़ रहा है। इस बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में राजस्थान से गुजर रही भारत जोड़ो यात्रा के मद्देनजर गहलोत और पायलट ने पार्टी के लिये प्रदेश में एकजुटता प्रदर्शित की है।
'चुनाव में केवल 7-8 महीने का समय बचा है'
रमेश ने कहा कि यात्रा की समाप्ति के बाद राजस्थान में चुनावी प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और राज्य में विधानसभा चुनाव में केवल 7-8 महीने का समय बचा है। झालावाड़ जिले के सुकेत से देवरीघाटा के रास्ते में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘मुझे किसी व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन पार्टी नेतृत्व कोई ऐसा रास्ता निकाल लेगा, जिससे संगठन सर्वोपरि बना रहे न कि कोई व्यक्ति।’’ उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की श्रेष्ठता महत्वपूर्ण नहीं है, और एकमात्र उद्देश्य संगठन को मजबूत करने का रास्ता खोजना है।
'कई बार दोहरा चुके हैं कि पार्टी और संगठन ही सर्वोपरि'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह कई बार दोहरा चुके हैं कि पार्टी और संगठन ही सर्वोपरि है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट तथा कांग्रेस के 18 अन्य विधायकों ने जुलाई 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत की थी, और उसके बाद प्रदेश में पैदा हुये राजनीतिक संकट के दौरान गहलोत ने पायलट के लिए 'नकारा' और 'निकम्मा' शब्दों का इस्तेमाल किया था।
'कांग्रेस पिछले 137 साल से गुटों की पार्टी रही है'
कांग्रेस की प्रदेश इकाई में गुटबाजी के बारे में पूछे जाने पर पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘कांग्रेस पिछले 137 साल से गुटों की पार्टी रही है। लेकिन इसके सदस्यों का पार्टी के सिद्धांतों में विश्वास रहा है।’’ उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में राजस्थान में हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर और नवल किशोर शर्मा थे, जिनके अपने-अपने धड़े थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा और माकपा की तरह कांग्रेस कैडर आधारित पार्टी नहीं है। यह पूछे जाने पर कि देश भर में पार्टी में विभिन्न पद रिक्त हैं, उन्होंने कहा कि न केवल राजस्थान बल्कि अन्य राज्यों में भी संगठन स्तर पर पद खाली हैं, जिन्हें समयबद्ध तरीके से भरा जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का पूर्ण अधिवेशन फरवरी के तीसरे सप्ताह में प्रस्तावित है और मुझे लगता है कि इसके पहले इन पदों पर नियुक्तियां हो जाएंगी।’’