Highlights
- डॉ. अर्चना शर्मा की बेटी ने लिखा रुला देने वाला पत्र
- 'मैं मां को बहुत याद करती हूं, पर रोती नहीं'
- 'मुझे रोता देख घर में सभी रोने लगते हैं'
जयपुर: डॉ. अर्चना शर्मा सुसाइड केस ने राजस्थान के साथ-साथ पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस केस में इंसाफ की मांग को लेकर डॉक्टरों में खासा आक्रोश है और देशभर में धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। जगह-जगह कैंडल मार्च निकालकर इंसाफ की मांग की जा रही है।
'मैं चुप रहती हूं ताकी घर में कोई ना रोए'
इसी बीच डॉ. अर्चना शर्मा की 8 साल की बेटी श्यामभवी उपाध्याय की रूला देने वाली चिट्ठी सामने आई है। श्यामभवी ने लिखा है- 'मम्मा आप सबसे अच्छी हैं। मैं पूरी दुनिया की औरतों की बात करूं तो कोई भी मेरी मम्मा की तरह नहीं हो सकती। वो दुनिया की सबसे अच्छी मम्मा हैं। अगर मैं नहीं रोती हूं तो क्या आप सबको लगता है, मैं उन्हें याद नहीं करती? पर ऐसा नहीं है, क्योंकि जब मैं रोती हूं तो मुझे देखकर सब रोने लगते हैं, इसलिए मैं नहीं रोती। मैंने मम्मा का एक क्यूट-सा नाम रखा था। मैंने उनके पांच और नाम रखे थे। मैं उन्हीं में एक मां बुलाती हूं...बाय।'
वायरल चिट्ठी पढ़कर रोने लगे श्यामभवी के पिता
जब यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो बेटी श्यामभवी उपाध्याय के पिता डॉ. सुनीत उपाध्याय को यह नहीं पता था कि उनकी बेटी ने अपनी मां के नाम भावुक चिट्ठी लिखी है। जब सुनीत वायरल हुई इस चिट्ठी को मोबाइल में पढ़ते हैं तो रोने लगते हैं और कहते हैं- 'मेरी बेटी तीन दिन से अपनी नानी के पास जयपुर में है। हमेशा इसी तरह कुछ न कुछ लिखने का काम करती है। कभी अपनी दादी के नाम, कभी मेरे नाम, कभी अपनी मम्मी के नाम इस तरीके से लेटर लिखती रखती है। उसकी मौसी से किसी ने पूछा था तेरी बहन की बेटी कैसी है, तब उसने यह लेटर भेजकर बताया कि देखो यह लेटर उसने अपनी किसी दोस्त को लिखकर झारखंड भेजा था, जहां से यह वायरल हो गया।' आपको बता दें डॉ. अर्चना शर्मा और सुनीत शर्मा को एक 8 साल की बेटी और एक 15 साल का बेटा है।
'मेरे बच्चों को मां की कमी महसूस नहीं होने देना'
डॉक्टर अर्चना शर्मा ने भी मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। नोट में डॉ. शर्मा ने लिखा है- 'मैं, मेरे पति और बच्चों को बहुत प्यार करती हूं। कृपया मेरे परिवार को परेशान मत करना। मैंने कोई गलती नहीं की है। मैंने किसी को नहीं मारा। मेरे मरने के बाद मेरी बेगुनाही साबित होगी। Donot harass innocent doctor Plz...love u...please मेरे बच्चों को मां की कमी महसूस नहीं होने देना।'
FIR दर्ज होने से आहत थी डॉ. शर्मा
बता दें, राजस्थान के दौसा जिले में स्थित आनंद अस्पताल में डिलीवरी के दौरान प्रसूता की मौत हो गई थी। जिससे नाराज़ उसके परिजनों ने शव के साथ कई घंटे तक धरना दिया था। परिजनों ने महिला डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इसके बाद अस्पताल संचालक के खिलाफ 302 में मामला दर्ज करने पर सहमति बनी थी। डॉ. अर्चना शर्मा और उनके पति के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी। जिससे आहत होकर डॉ. अर्चना ने सुसाइड कर लिया।