जयपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गुरुवार को कहा कि अगर कन्हैयालाल की हत्या जैसी घटना उनके सूबे में हुई होती, तो वह 10 मिनट के भीतर हिसाब बराबर कर देते। राजस्थान के कोटा में स्थित नयापुरा स्टेडियम में गुरुवार दोपहर को परिवर्तन यात्रा रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा, ‘अगर असम में कन्हैयालाल की हत्या जैसी घटना होती, तो मैं 10 मिनट के भीतर हिसाब बराबर कर देता। कुछ ही मिनटों में टीवी पर दूसरी घटना की खबर आने लगी होती, लेकिन अशोक गहलोत जैसे लोग सिर्फ कुर्सी पर बैठे हैं, कुछ नहीं कर रहे हैं।’
उदयपुर में हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
बता दें कि पेशे से दर्जी कन्हैयालाल की कथित तौर पर इस्लाम का अपमान करने के आरोप में जून 2022 में उदयपुर में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। NIA ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले 2 आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया था जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर पैदा हो गई थी। कैमरे पर दिखे दोनों आरोपियों को घटना से कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया था।
‘अन्नपूर्णा योजना गरीबों के लिए नहीं है’
शर्मा ने कहा, ‘मैं 22 साल तक कांग्रेस में था। पार्टी चुनाव से पहले योजनाएं लाती है और फिर उनके जरिए चुनाव का खर्च निकालती है। अन्नपूर्णा भोजन पैकेट योजना गरीबों के लिए नहीं है बल्कि किसी की जेब भरने के लिए है। अगर इसका मकसद गरीब लोगों की मदद करना है, तो इसे 5 साल पहले क्यों शुरू नहीं किया गया? लोगों को कोविड के दौरान खान नहीं मिल रहा था। चुनाव के दो दिन बाद ये सभी योजनाएं बंद हो जाएंगी। राहुल गांधी किस चेहरे के साथ आएंगे राजस्थान? पहले उन्हें गंगा में डुबकी लगानी चाहिए, माफी मांगनी चाहिए और उसके बाद ही राजस्थान आना चाहिए।’
‘...तो विधायकों की आदत पड़ जाएगी’
बता दें कि अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना इस साल स्वतंत्रता दिवस पर चुनावी राज्य में गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इस पहल के तहत, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के अंतर्गत आने वाले परिवारों को सरकारी राशन की दुकानों से आवश्यक वस्तुओं वाले मासिक अन्नपूर्णा भोजन पैकेट मुफ्त में मिलेंगे। शर्मा ने आगे कहा, ‘हमें चुनाव की चिंता नहीं है। हम चुनाव से ठीक 3 महीने पहले किसी को खुश नहीं करना चाहते। अगर आप विधायकों को होटल में बिठाकर 35 दिनों तक खाना खिलाएंगे तो विधायकों को इसकी आदत पड़ जाएगी।’
‘अशोक गहलोत ने बड़ी गलती की’
असम के सीएम ने कहा, ‘गहलोत ने बहुत बड़ी गलती की। सचिन पायलट को राहुल गांधी के घर ले जाना चाहिए था। वे दोनों तय कर सकते थे कि सीएम कौन होगा। सीएम बनने के लिए विधायकों को 35 दिनों तक होटल में रखा गया और विधायकों को पता था कि सीएम को ब्लैकमेल किया जा सकता है। गहलोत कहते हैं कि वह राजस्थान को हिंदू राज्य नहीं बनने देंगे। लेकिन राजस्थान में हिंदू हजारों साल से हैं। जब तक चांद और सूरज रहेगा, राजस्थान हिंदू राज्य रहेगा। राजस्थान के लोग कांग्रेस की इजाजत से हिंदू नहीं बने।’