जयपुर: राजस्थान में मानसून की सक्रियता के चलते रविवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। जयपुर, कोटा, और पाली जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई। जयपुर मौसम केद्र के अनुसार, रविवार सुबह से शाम साढे पांच बजे तक कोटा में 26.3 मिलीमीटर (मिमी), जयपुर में सात मिमी तथा जालोर में 4.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर व पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।
भीलवाड़ा के कोटड़ी में सबसे ज्यादा बारिश
उन्होंने बताया कि इस अवधि में अजमेर ,भीलवाड़ा, बारां, झालावाड़ , कोटा , चित्तौड़गढ़ व सवाईमाधोपुर जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा तथा भीलवाड़ा जिले में कहीं कहीं अति भारी वर्षा दर्ज की गयी है। केन्द्र के अनुसार, इस दौरान सबसे ज्यादा 127 मिमी बारिश पूर्वी राजस्थान में भीलवाड़ा के कोटड़ी में दर्ज की गई जबकि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर के कोलायत में 55 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
कोटा में तेज बारिश होने और मध्य प्रदेश से पानी आने के बाद चंबल नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसे देखते हुए प्रशासन ने कोटा में बैराज बांध के छह द्वार को खोलकर पानी की निकासी की। वहीं झालावाड़ में कालीसिंध बांध का द्वार खोलकर बांध से पानी की निकासी की गई। मौसम विभाग अनुसार, रविवार को श्रीगंगानगर में अधिकतम पारा 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो राज्य में सबसे ज्यादा है।
अधिकतम तापामान
- जैसलमेर-39.9 डिग्री
- श्रीगंगानगर-41.4 डिग्री
- जैसलमेर- 39.9 डिग्री
- फलोदी-39.6 डिग्री
- फतेहपुर-39.2 डिग्री
- बीकानेर-39.1 डिग्री
- चूरू-38.9 डिग्री
- पिलानी-38. डिग्री
न्यूनतम तापमान
वहीं न्यूनतम तापमान अधिंकाश भागों में 31.4 डिग्री सेल्सियस से लेकर 21 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि आगामी पांच से सात दिन तक पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कोटा, उदयपुर, अजमेर व जोधपुर संभाग के कुछ भागों में आगामी दो-तीन दिन कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है । उनके मुताबिक, जयपुर, भरतपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी दो-तीन दिन हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अगस्त के प्रथम सप्ताह में राज्य में मानसून की गतिविधियों में बढोतरी होने की संभावना है।