
ब्यावर जिले के बिजयनगर थाना क्षेत्र में मुस्लिम आरोपियों द्वारा पांच नाबालिग हिंदू लड़कियों के यौन शोषण मामले के विरोध में शनिवार को अजमेर में हिंदू संगठनों द्वारा एक विशाल विरोध रैली निकाली गई और मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई। संगठनों के आह्वान पर शनिवार को अजमेर में बाजार बंद रहे और अजमेर कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया गया। रैली और धरने में अजमेर दक्षिण से भाजपा विधायक अनीता भदेल, अजमेर नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन, विहिप और अन्य हिंदू संगठनों के कई नेता, बाजार संघ शामिल हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया गया और आरोपियों ने पीड़ितों का जबरन धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
हिंदू संगठनों ने निकाली आक्रोश रैली
संगठनों की ओर से गांधी भवन से कलेक्ट्रेट तक “आक्रोश रैली” निकाली गई, जहां धरना आयोजित किया गया। कुछ प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के बाहर लगाए गए बैरिकेड्स पर भी चढ़ गए। प्रदर्शन के दौरान कुछ स्थानों पर टेम्पो के टायरों की हवा निकाली गई तथा यात्रियों को वाहनों से उतार दिया गया। सकल हिन्दू समाज की ओर से कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया गया। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि एक समुदाय विशेष के आरोपियों ने नाबालिग हिन्दू लड़कियों को फंसाया, उनका यौन शोषण किया, ब्लैकमेल किया तथा उनका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया। ज्ञापन में कहा गया कि आरोपियों ने शहर के एक कैफे के केबिन में न केवल छात्राओं का यौन शोषण किया, बल्कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए ब्लैकमेल भी किया। यदि पीड़िताएं धार्मिक क्रियाकलाप नहीं करती थीं, तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता था।
लव जिहाद के नाम पर छात्राओं को बनाया साजिश का शिकार
इस ब्लैकमेलिंग मामले में यह भी सामने आया है कि एक समुदाय विशेष के युवकों ने 'लव जिहाद' के नाम पर गिरोह बनाकर स्कूली छात्राओं को साजिश का शिकार बनाया। पहले उन्हें मोबाइल फोन का लालच देकर प्रेम जाल में फंसाया गया। अजमेर नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन ने कहा कि लड़कियों को ब्लैकमेल किया गया तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।आरोपी ने उन पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। उन्होंने कहा कि धार्मिक गतिविधियां करने से मना करने पर उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी भी दी गई। जैन ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और सभी आरोपियों के मोबाइल फोन की गहन जांच होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि और कितने पीड़ित हैं।
10 लोगों की हुई गिरफ्तारी
उन्होंने दावा किया कि शहर में कैफे और रेस्टोरेंट की आड़ में चल रहे हुक्का बार ऐसी अवैध और अनैतिक गतिविधियों के केंद्र हैं और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। जैन ने यह भी मांग की कि अजमेर जिले में चल रहे मदरसों और उनके पंजीकरण की भी जांच होनी चाहिए। इस सनसनीखेज अपराध के लिए कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है। पीड़ितों नाबालिग लडकियों के परिजनों की ओर से मिली शिकायतों पर 16 फरवरी को तीन प्राथमिकी दर्ज की गई थीं। पुलिस जांच अधिकारी शेर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार दस आरोपियों में आठ मुस्लिम और दो कैफे संचालक हिंदू हैं। हिरासत में लिए गए तीन नाबालिग आरोपी भी मुस्लिम हैं। ये मामले ब्यावर के बिजयनगर थाने में दर्ज किए गए हैं।
(इनपुट-भाषा)