हनुमानगढ़ (राजस्थान): राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में दलित की पीट-पीट कर हत्या के मामले में कांग्रेस नेता राजेंद्र चौधरी का बयान सामने आया है। राजेंद्र चौधरी ने कहा कि वो मामला अलग है ये मामला अलग, यहां तो कांग्रेस (congress) की सरकार है और गृह विभाग अशोक गहलोत के पास है। सवाल पूछा गया कि लखीमपुर खीरी में तो राहुल और प्रियंका दोनों गए थे, हनुमानगढ़ आएंगे क्या? तो राजेंद्र चौधरी ने हनुमानगढ़ और लखीमपुर खीरी के घटना की तुलना करते हुए कहा हनुमानगढ़ में किसान के ऊपर गाड़ी चढ़ाई थी लेकिन यहां का तो मामला अलग है।
दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक दलित युवक की पीट पीटकर हत्या करने के मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पीलीबंगा थानाधिकारी इंदर कुमार ने बताया कि इस संबंध में मुकेश, ओमप्रकाश और हंसराज सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिये पुलिस की दो टीमें गठित की गई हैं।
उपखंड अधिकारी रंजीत कुमार ने शनिवार को मृतक जगदीश के परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, निष्पक्ष जांच और परिवार को मुआवजा समेत अन्य मांगें उनके सामने रखीं। मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजन अंत्येष्टि के लिए तैयार हुए। यह घटना हनुमानगढ़ जिले के प्रेमपुरा में सात अक्टूबर को घटित हुई थी जहां दर्जन भर लोगों ने जगदीश को लाठियों से तब तक पीटा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। इस बीच, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्य सरकार पर इस मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाया।
शेखावत ने ट्वीट के जरिये कहा, ‘‘राहुल जी आप लखीमपुर की चिंता ना करें वहां योगी जी का शासन है, आपके प्रिय गहलोत जी का नहीं! आप राजस्थान के प्रेमपुरा में इस दलित युवक की हत्या पर कुछ कहने की हिम्मत दिखाएं ताकि जनता को मालूम हो कि आप कितने सच्चे हैं?’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आप न्याय नही मांग रहे, आप वोट लेने के जुगाड़ में लगे हो! आपके लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश के नागरिकों की जान में बहुत अंतर है। आप प्रेमपुरा के लिए इसलिए न्याय नहीं मांगेंगे क्योंकि यहां आपका फायदा नहीं है।’’
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी पीलीबंगा में दलित युवक की हत्या मामले में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘देश और दुनिया में राजस्थान की छवि एक शांतिप्रिय प्रदेश की थी, लेकिन अशोक गहलोत सरकार के शासन में सारे मापदंड तोड़ दिए गए, जिससे राजस्थान सर्वाधिक अपराधग्रस्त राज्यों में शुमार हो गया, यहां बहन-बेटियां, दलित-आदिवासी कोई भी सुरक्षित नहीं है।’’
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने जगदीश की हत्या के बाद शव को उसके घर के बाहर फेंक दिया। मृतक के परिजनों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव लेने से मना कर दिया था। आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो बनाया था। पुलिस के अनुसार, हत्या प्रेम प्रसंग के चलते की गई। इस संबंध 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।