राजस्थान के बूंदी जिले से आग लगने की एक घटना सामने आई है, जिसकी चपेट में तीन छात्र आ गए। जिले के एक गांव में चल रहे गुरुकुल में बीती रात आग लगने की घटना हुई। बताया गया कि छात्र मच्छर भगाने के लिए सूखी नीम की पत्तियां जलाए थे। रात में वो वहीं हॉल में सो रहे थे। इस दौरान नीम की पत्तियों से निकली चिंगारी फोम के गद्दों को अपनी चपेट में ले ली, जिसमें तीन छात्र बुरी तरह झुलस गए। घटना की जानकारी पुलिस ने गुरुवार को जानकारी दी।
फोम के गद्दे पर सो रहे थे छात्र
पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार रात को देई क्षेत्र के तलावास गांव में घटी। 14 लड़के हॉल के एक कोने में मच्छर भगाने के लिए सूखी नीम की पत्तियां जला रहे थे, जहां वे फोम के गद्दों पर सो रहे थे। देई थाना प्रभारी बाबूलाल ने बताया कि देर रात पंखे और कूलर की हवा से राख से निकली चिंगारी फोम के गद्दे पर पड़ने से आग लग गई। बाबूलाल ने बताया कि 13 वर्षीय रितेश शर्मा, 13 वर्षीय शिवशंकर शर्मा और 12 वर्षीय अभिजीत शर्मा 60 फीसदी झुलस गए।
चीख-पुकार सुन दौड़े शिक्षक
गुरुकुल के शिक्षक सुरेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने बुधवार रात 10:30 बजे तक 14 बच्चों को पढ़ाया था। उन्होंने बताया कि कक्षाओं के बाद 10 लड़के बड़े हॉल में पंखे और कूलर चलाकर सोते थे, जबकि चार लड़के बाहर सोते थे। उन्होंने बताया कि लड़कों की चीख सुनकर वह तुरंत दौड़े और उन्हें आग से बचाया। हालांकि, तब तक तीन लड़के झुलस चुके थे। जानकारी के मुताबिक, गुरुकुल काफी समय से चल रहा है, जिसमें शास्त्रों और वेदों की पढ़ाई कराई जाती है।
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