राजस्थान के कोटा में आश्रय गृहों में पली-बढ़ी तीन युवतियां गुरुवार को एक भव्य विवाह समारोह में पुष्प वर्षा और वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच शादी के बंधन में बंध गईं। इन तीन में से दो युवतियां मूक-बधिर हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित इस विवाह कार्यक्रम में उपस्थित दो हजार मेहमानों में लोकसभा अध्यक्ष और कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से सांसद ओम बिरला भी शामिल थे।
अधिकारियों ने इंटरव्यू के बाद किया 3 दूल्हों का चयन
उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने कई लोगों के इंटरव्यू के बाद तीन दूल्हों का चयन किया। अधिकारियों ने बताया कि कोटा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) की अध्यक्षता में कानूनी साक्षरता प्राधिकरण और पुलिस के अधिकारियों की एक उप-समिति बनाई गई, जिन्होंने शादी के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए थे।
तीनों युवतियां सिलाई, बुनाई और कढ़ाई में दक्ष
अधिकारियों के मुताबिक, तीन युवतियों में से दो पूनम और सुनीता, मूक-बधिर हैं। पुलिस ने उन्हें कोटा रेलवे स्टेशन से बचाया था। तीसरी युवती मीनाक्षी का पालन-पोषण शहर के विभिन्न आश्रय गृहों में हुआ। अधिकारियों ने बताया कि तीनों सिलाई, बुनाई और कढ़ाई में दक्ष हैं। (इनपुट- भाषा)
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