जयपुर। राजस्थान सरकार ने सोमवार को कहा कि वह शिक्षित बेरोजगारों को भत्ता देने के अपने चुनावी वादे को पूरा कर रही है और अब तक लगभग ढाई लाख युवाओं को इसका लाभ मिला है। कौशल और उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने सोमवार को विधानसभा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने जनघोषणा पत्र में किए वादे के अनुसार शिक्षित बेरोजगारों को भत्ता दे रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार के गठन के दूसरे महीने में ही मुख्यमंत्री युवा संबल योजना को एक फरवरी 2019 से शुरू कर दिया गया था। योजना के तहत अब तक 2,49,433 बेरोजगार आशार्थी 3,500 रुपये प्रतिमाह तक के भत्ते का लाभ उठा चुके हैं।
चांदना ने प्रश्नकाल में विधायक राजेंद्र राठौड़ के पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत अब तक लगभग 4.56 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 2,49,433 लोगों को इसका लाभ मिला है। वहीं 50,202 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने पहले योजना का लाभ लिया और अब वे इससे बाहर हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह योजना 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर संचालित की जा रही है, जिसमें 2,15,390 बेरोजगार आशार्थी ऐसे हैं जिन्हें निर्धारित 1.60 लाख आशार्थियों में से जो बाहर होते जाएंगे, उनके स्थान पर लाभ मिलने लगेगा।
उद्यमिता राज्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान आर्थिक हालात में बेरोजगारों के प्रति राज्य सरकार काफी संवेदनशील है। बेरोजगारी की दशा को देखते हुए सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने के लिए आशार्थियों की अधिकतम सीमा को पहले एक लाख से बढ़ाकर 1.60 लाख किया और वर्तमान में यह दो लाख है।
इससे पहले, विधायक राठौड़ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उद्यमिता राज्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने जनघोषणा पत्र में राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवा वर्ग को 3,500 रुपये प्रतिमाह का बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का वादा किया था। इसकी अनुपालना में 1 फरवरी, 2019 से मुख्यमंत्री युवा संबल योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत पुरुष आशार्थियों को 3 हजार रुपये और ट्रांसजेंडर, महिला एवं विशेष योग्यजन आशार्थी को 3500 रुपये प्रतिमाह का बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 31 जनवरी, 2021 को विभागीय पोर्टल पर 15,03,834 शिक्षित बेरोजगार आशार्थी रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत हैं। इनमें से स्नातक और अधिस्नातक बेरोजगारों की संख्या 12,24,008 है। चांदना ने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत अधिकतम 1 लाख 60 हजार आशार्थियों को भत्ता राशि देने की सीमा निर्धारित की गई है। योजना शुरू होने से 31 दिसंबर, 2020 तक कुल 2,49,433 आशार्थियों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा चुका है।
जनवरी, 2021 में 1,59,113 आशार्थियों को ये भत्ता मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 के लिए 88,262 आशार्थियों ने भत्ता प्राप्ति के लिए नवीनीकरण कराया है जबकि कुल 2,15,390 आशार्थियों के आवेदन प्रतीक्षा सूची में लंबित हैं। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर, 2020 को जांच के लिए कोई आवेदन लंबित नहीं है।