Highlights
- गहलोत ने अधिकारियों को राजधानी जयपुर में जांच के नमूने का दायरा बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।
- बैठक में गहलोत ने कहा कि कोरोना रोधी सुरक्षा टीका संक्रमण से बचाने में सबसे कारगर है।
- सीएम ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आ रहे है वहां निषिद्ध क्षेत्र की व्यवस्था प्रभारी ढंग से लागू की जाए।
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार राजधानी जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये 3 जनवरी से और पाबंदिया लगायेगी क्योंकि स्थिति विस्फोटक हो सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोविड के उचित व्यवहार का पालन नहीं किया गया तो सरकार 3 जनवरी से एहतियात के तौर पर सख्त कदम उठाने को मजबूर होगी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आनलाइन कोविड समीक्षा बैठक में गहलोत ने अधिकारियों को राजधानी जयपुर में जांच के नमूने का दायरा बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में गहलोत ने कहा कि कोरोना रोधी सुरक्षा टीका संक्रमण से बचाने में सबसे कारगर है और ऐसे में सभी लाभार्थियों का पूर्ण टीकाकरण 31 जनवरी तक करने की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आ रहे है वहां निषिद्ध क्षेत्र की व्यवस्था प्रभारी ढंग से लागू की जाए। गहलोत ने बैठक में कहा कि ‘यह राज्य की राजधानी का मामला है जिसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए अन्यथा स्थिति विस्फोटक हो सकती है क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले जयपुर में सामने आ रहे हैं।’
बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह ने स्कूलों को बंद करने का सुझाव दिया जबकि धार्मिक स्थलों को बंद करने और शादियों में लोगों की भीड़ को रोकने की भी सिफारिश की गई। करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में हुई चर्चा और सुझावों के आधार पर अब गृह विभाग दिशा निर्देश करेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से सवाल किया कि पिछले 15 दिनों में उपचाराधीन मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद जांच के नमूनों की संख्या क्यों नहीं बढ़ाई गई। उन्होंने कहा कि जयपुर में प्रतिदिन लिये जा रहे जांच के नमूनों की संख्या स्थिर है जबकि कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलो की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारी ने कहा कि जांच के नमूनों को बढ़ाकर प्रतिदिन 8-10 हजार किया जायेगा ताकि और संक्रमित व्यक्तियों के बारे में पता चल सके और वायरस को फैलने से रोका जा सके। चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा कि भारत सरकार ने कोविड केसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 8 राज्यों में सख्त उपाय बरतने के निर्देश दिए हैं जिनमें राजस्थान भी शामिल है। चिकित्सा विभाग प्रदेशभर में टेस्टिंग सहित तमाम व्यवस्थाओं को मजबूत कर रहा है। बैठक के दौरान मीणा ने यह भी बताया कि नए साल के जश्न के मद्देनजर 31 दिसंबर की रात 11 बजे से रात एक बजे तक रात के कर्फ्यू में 2 घंटे की छूट देने के राज्य सरकार के निर्णय की लोगों ने आलोचना की है क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना है।
हालांकि मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीणा का विरोध किया और सरकार के निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि इस तरह के फैसले का युवा बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। गृहविभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने कहा कि जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये निषिद्ध क्षेत्र, रात्रि कर्फ्यू गृह पृथकवास जैसी व्यवस्था पहले की तरह प्रभावी करनी होगी। साथ ही शादी समारोहो और धार्मिक स्थलो समेंत अन्य भीडभाड वाली जगहों पर लोगो की संख्या को और प्रतिबंधित किया जा सकता है।