Highlights
- शाही ट्रेन दुनिया में पर्यटन के क्षेत्र में एक मिसाल है: गहलोत
- 'पैलेस ऑन व्हील्स की दुबारा शुरू होना हमारे लिए गर्व की बात'
- 1982 में पहली शाही ट्रेन को किया गया था शुरू
Rajasthan News: शाही रेलगाड़ी ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ कोविड-19 महामारी की वजह से गत दो साल से स्थगित रहने के बाद फिर से पटरी पर लौट आई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शाही ट्रेन को गांधीनगर(जयपुर) रेलवे स्टेशन से शनिवार को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा शाही रेलगाड़ी ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ दुनिया में पर्यटन के क्षेत्र में एक मिसाल है। पिछले 40 वर्षों से चल रही इस ट्रेन का दो वर्षों के लंबे समय के बाद दुबारा शुरू होना एक शुभ संकेत है। यह इंगित करता है कि आने वाले दिनों में प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र और मजबूती के साथ उभरेगा।
सीएम ने यात्रियों को सफर के लिए दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने शाही रेलगाड़ी की रवानगी से पहले ट्रेन का अवलोकन कर सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने यात्रियों को मंगलमय सफर के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ की दुबारा शुरू होना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि शाही ट्रेन में राजस्थान की विरासत और सांस्कृतिक परम्परा को देखकर देश-विदेश के पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे और RTDC (राजस्थान पर्यटन विकास निगम) के संयुक्त तत्वावधान में इस ट्रेन में आधुनिक साज-सज्जा और सभी पर्यटक सुख-सुविधाओं का समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण इस शाही रेल का संचालन करीब दो वर्षों से बंद रहा। RTDC व पर्यटन विभाग की सकारात्मक पहल से यह ट्रेन पुनः शुरू हो रही है।
सराकर ने पर्यटन को दिया उद्योग का दर्जा
गहलोत ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सराकर ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है और अनेक प्रकार की रियायतें दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान की पुरानी हवेलियां, गढ़, किले और रेगिस्तान के साथ लोक कलाएं, हस्तशिल्प आदि की दुनिया भर में खास पहचान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022-23 के बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान देश का सबसे सम्पन्न प्रदेश है और दिल्ली-आगरा के बाद विदेशी पर्यटक राजस्थान आना पसन्द करते हैं। यहां स्वदेशी पर्यटन की समृद्ध परम्परा रही है।
1982 में शुरू हुई पहली शाही ट्रेन
उल्लेखनीय है कि पहली शाही ट्रेन वर्ष 1982 में शुरू की गई थी। रेलवे द्वारा समय पर अमान परिवर्तन के कारण मीटर गेज के बजाय ब्रॉडगेज पर चलने वाली दूसरी ट्रेन वर्ष 1991 में और 1995 में तीसरी शाही ट्रेन का निर्माण किया गया। यह शाही रेलगाड़ी सात दिन में दिल्ली व आगरा के अलावा राजस्थान के खूबसूरत शहरों जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर तथा भरतपुर की यात्रा कराती है। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत, आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, पर्यटन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा, भारतीय रेलवे के वरिष्ठ DCM मुकेश सैनी सहित विभाग के उच्चाधिकारी व आमजन मौजूद थे।