राजस्थान में अंगीठी का उपयोग जानलेवा साबित हो रहा है। रविवार के दिन राज्य में दो अलग-अलग घटनाओं में अंगीठी के कारण चार लोगों की मौत हो गई। पहली घटना भिवाडी की है, जहां एक कमरे में अंगीठी के कारण दम घुटने से पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, दूसरी घटना किशनगढ़ की है, जहां तीन दोस्त बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे। रात में दम घुटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, दो अन्य लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राजस्थान में खैरथल-तिजारा जिले के भिवाडी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति और उसके बेटे और एक अन्य व्यक्ति की बंद कमरे में रात भर अंगीठी जले रहने के कारण दम घुटने से मौत हो गई।
खैरथल-तिजारा की घटना
पुलिस ने बताया कि घटना के बारे में रविवार को उस समय पता चला जब कमरे से कोई गतिविधि न होने पर परिवार के अन्य सदस्यों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। भिवाड़ी थानाधिकारी देवेंद्र प्रताप शर्मा ने बताया कि धनंजय (50), उनके बेटे अंकित (14) और पड़ोसी अभिषेक राय (25) ने शनिवार रात को कमरे में गर्माहट के लिए अंगीठी जलाई और उसे बिना बुझाए सो गए। उन्होंने बताया कि रात भर अंगीठी से जहरीली गैस निकलती रही, जिससे तीनों बेहोश हो गए और बाद में दम घुटने से उनकी मौत हो गई। कमरे की खिड़कियां बंद थीं और वेंटिलेशन नहीं था। शर्मा ने बताया कि जब वे रविवार देर तक कमरे से बाहर नहीं आए, तो परिवार के सदस्यों ने दरवाजा तोड़ा और उन्हें बेहोश पाया। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि तीनों बिहार के रहने वाले थे। धनंजय दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था, जबकि उसका बेटा अंकित दसवीं कक्षा का छात्र था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
किशनगढ़ की घटना
किशनगढ़ में भी 30 साल के मजदूर कृष्ण यादव की अंगीठी से निकली जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। कृष्ण, सत्यनारायण और छोटू रात में अंगीठी जलाकर सोए थे। कमरे में वेंटिलेशन नहीं था। ऐसे में रात भर अंगीठी से गैस निकलती रही और इसी वजह से कृष्ण यादव की मौत हो गई। छोटू और सत्यनारायण को गंभीर हालत में किशनगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना संगमरमर फैक्ट्री में शनिवार रात हुई। रविवार सुबह जब तीनों मजदूरों ने दरवाजा नहीं खोला तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिसकर्मी गैस कटर की मदद से दरवाजा खोल अंदर पहुंचे तो तीनों बेहोश पड़े थे। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने एक मजदूर को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य दो लोगों का इलाज जारी है।