राजस्थान की एक महिला कमिश्नर ने IAS पवन अरोड़ा पर सेक्स रैकेट चलाने और उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है। महिला अफसर ने कहा है कि गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल पवन अरोड़ा का बचाव कर रहे हैं। अब इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। इस मामले की जांच के लिए आयोग की अध्यक्ष के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम राजस्थान जाएगी।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि उन्हें कई मीडिया रिपोर्ट मिली हैं, जिनमें सामने आया कि एक महिला अफसर ने आईएएस पवन अरोड़ा पर सेक्स रैकेट चलाने और उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है। आयोग ने कहा कि महिला अफसर ने ये भी कहा है कि गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल पवन अरोड़ा का बचाव कर रहे हैं। आयोग ने कहा कि इसका संज्ञान लेते हुए अध्यक्ष रेखा शर्मा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच दल मामले की जांच के लिए राज्य का दौरा करेगा।
आयोग ने जांच के लिए लिखा पत्र
आयोग ने पुलिस महानिदेशक, राजस्थान को मामले की जांच करने और निष्पक्ष और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने के लिए भी लिखा है। आयोग ने मांग की है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो भारतीय दंड संहिता के संबंधित प्रावधानों को लागू किया जाना चाहिए। मामले में की गई विस्तृत कार्रवाई से आयोग को चार दिनों के भीतर अवगत कराने भी कहा गया है।
गौरतलब है कि यह आरोप राजस्थान के झालावाड़ की नगर निगम कमिश्नर ने लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनका बार-बार इसलिए ट्रांसफर किया जा रहा है और अब एपीओ किया गया है, क्योंकि वो इनके रैकेट में शामिल नहीं हो रही थीं। उन्होंने कहा कि हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन पवन अरोड़ा सेक्स रैकेट चलाते हैं। वहीं राजस्थान के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल इनका बचाव कर रहे हैं।