राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रिश्तेदारों पर आज प्रवर्तन निदेशालय ने छापे मारे। फर्टिलाइजर स्कैम की जांच कर रही ईडी की टीम आज जोधपुर में अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर पहुंची। बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए ईडी की टीम पीपीई किट पहन कर छापा मारने के लिए पहुंची। इसके साथ ही फर्टिलाइजर स्कैम के तहत ईडी ने गहलोत के रिश्तेदारों के राजस्थान, मुम्बई, गुजरात, पश्चिम बंगाल स्थित ठिकानों पर छापेमारी की।
यह मामला उर्वरक के घोटाले से जुड़ा है। पोटाश के म्यूरेट (उर्वरक) के निर्यात पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया हुआ है। इंडियन पोटाश लिमिटेड उर्वरक का आयात करता है और किसानों को सस्ती दरों पर किसानों को वितरित करता है। अधिकारियों के अनुसार आईपीएल के आथराइज डीलर अग्रसेन गहलोत ने 2007 से 2009 के बीच, सस्ती दरों पर पोटाश खरीदा और किसानों को सस्ती दरों पर देने की बजाए कुछ कंपनियों को बेच दिया। इन कंपनियों ने पोटाश को मलेशिया और सिंगापुर में ओद्योगिक सॉल्ट के रूप में निर्यात कर दिया। राजस्व् निदेशालय ने इस मामले में 2012—13 में मामला दर्ज किया था।
इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब बीजेपी जनता की ओर चुनी हुई सरकार को गिराने में असफल हो जाती है तो ईडी और सीबीआई के छापे शुरू हो जाते हैं। इससे पहले ईडी की जयपुर और कोटा में हाल ही हुई कार्रवाइयों को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने सियासी षड़यंत्र के तहत केंद्र सरकार पर दबाव की राजनीति का आरोप लगाया था। उधर, कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के घर भी ईडी की एक टीम पहुंची है।