केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है। यहां भांडारेज इंटरचेंज के पास पिलर संख्या 182.300 पर एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया। सड़क के बीचोबीच करीब 15 फिट गहरा गड्ढा होने से निर्माण कंपनी की लापरवाही को उजागर हो गई है। इसका पता चलते ही एनएचएआई के अधिकारियों में खलबली मच गई। हालांकि इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। ऐसे में निर्माण कंपनी की टीम मेंटेनेंस में जुटी है।
गनीमत रही कि यहां किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे राजस्थान के कई जिलों से होकर गुजरता है। आठ लेन वाले इस एक्सप्रेस वे पर हवा की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ती हैं। बीते दिनों भी इस एक्सप्रेस वे पर एक गाड़ी का हवा में उछलते हुए का वीडियो वायरल हुआ था।
भारी बारिश के चलते सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त
दरअसल, जिले में इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। ऐसे में एक्सप्रेसवे पर भी कई जगह गहरे गड्ढे बन गए, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यहां सडक के बीच हुए गहरे गढ्ढे से कुंएनुमा होल बन गया, लेकिन गनीमत रही कि कोई वाहन इससे दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ। बारिश के पानी से मिट्टी धंसने से यह गढ्ढा हुआ है। इसका पता चलने के बाद से ही निर्माण कंपनी की टीम मरम्मत करने में जुटी है।
ये देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
करीब 90 हजार करोड़ की लागत से देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसके सोहना-दौसा खण्ड का उद्घाटन 12 फरवरी 2023 को धनावड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। जिसके बाद दौसा से दिल्ली के बीच ट्रैफिक शुरू हुआ था। ऐसे में एक्सप्रेसवे के संचालन के बाद की पहली तेज बारिश में कई जगह गढ्ढे होने से निर्माण कंपनी की कार्यप्रणाली कटघरे में हैं, साथ ही एनएचएआई के इंजीनियर्स भी सवालों के घेरे में हैं।
(रिपोर्ट- महेश बोहरा)