दौसा: राजस्थान के दौसा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां युवक ने तहसीलदार को एक प्रार्थना पत्र देकर प्रतिकूल घरेलू परिस्थितियां होने का हवाला देते हुए उसे पत्नी की आवश्यकता बताई है। इसके लिए युवक ने एक प्रार्थना पत्र भी लिखा है। उसने अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि उसकी घर की प्रतिकूल परिस्थितियां है वह अकेला है और घर का कार्य करने में सक्षम नहीं है अतः उसे पत्नी की आवश्यकता है।
पत्नी में होने वाली क्वालिटी भी बताई
युवक ने अपने इस पत्र में यह भी लिखा है कि उसे पत्नी में क्या क्या क्वालिटी चाहिए? उसने लिखा है कि पत्नी गोरी होनी चाहिए 30 से 40 वर्ष की उम्र की होनी चाहिए साथ ही सभी ग्रह कार्यों में दक्ष होनी चाहिए। 3 जून को गांगदवाड़ी गांव में महंगाई राहत कैंप के दौरान आंगनवाड़ी में यह आवेदन पेश किया गया। जिसमे युवक ने अपनी पीड़ा बयान करते हुए पत्नी दिलाने की मांग की।
तहसीलदार ने पटवारी को दिए मामले में कार्रवाई के आदेश
इस पूरे मामले में मजेदार बात यह नहीं है कि युवक ने ऐसी अजीब डिमांड की। हैरानी की बात यह है कि तहसीलदार के पास जब यह आवेदन पहुंचा तो तहसीलदार ने भी एप्लीकेशन को मार्क कर दिया और पटवारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दे दिए। जब यह प्रार्थना पत्र के फॉरवर्ड होकर पटवारी के पास पहुंचा तो पटवारी ने भी इस मामले में पंचायत स्तर पर एक टीम का गठन करने की सलाह दे डाली।
पटवारी ने कहा टीम बनाई जाए, जिससे समय पर पत्नी मिल सके
पटवारी ने इस मामले में तहसीलदार को एप्लीकेशन लिखते हुए रिपोर्ट दी कि उक्त प्रकरण में गांव पंचायत स्तर पर टीम का गठन किया जाए। टीम में ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी, सरपंच गांगड़वाड़ी की संयुक्त टीम का गठन किया जाए, ताकि समय पर पत्नी उपलब्ध कराई जा सके। दौसा जिले से आए इस अजीबोगरीब मामले में हर कोई दंग है और युवक की मांग को लेकर बिना मुस्कुराए नहीं रह सकता। लेकिन गंभीर बात यह है कि युवक की ओर से एप्लीकेशन को तहसीलदार ने आवश्यक कार्रवाई के लिए पटवारी को फॉरवर्ड कर दिया और एक गंभीर लापरवाही प्रदर्शन करता है।