राजस्थान के दौसा में एक छात्र स्कूल में ही चलते हुए अचानक बेहोश होकर गिर गया। स्कूल स्टाफ ने उसे अस्पताल पहुंचाया तो पता चला कि लड़के की मौत हो चुकी है। छात्र के परिजनों का कहना है कि उसे पहले से ही दिल से संबंधित परेशानी थी। इसी वजह से वह 15 दिन तक अस्पताल में भर्ती भी रहा था। युवाओं में हार्ट अटैक के मामले पिछले कुछ समय में तेजी से बढ़े हैं। हालांकि, युवाओं के हार्ट अटैक को उनके खराब रहन-सहन और गलत आदतों से जोड़ा जा रहा था, लेकिन स्कूल के बच्चों में दिल से संबंधित बीमारियों के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं।
स्कूल का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें छात्र को देखा जा सकता है। वह पीठ में स्कूल का बैग लेकर आराम से जा रहा होता है। उसके आगे एक महिला भी होती है, तभी अचानक ही छात्र जमीन पर गिर जाता है। छात्र को जमीन में पड़ा देख महिला हैरान रह जाती है। वहीं, पास में ही बैठा एक अन्य युवक दौड़कर छात्र के पास पहुंचता है और उसका हाल-चाल जानने की कोशिश करता है।
16 साल का था बच्चा
बांदीकुई उपजिला अस्पताल के डॉक्टर पवन जारवाल का कहना है कि 16 साल के बच्चे को सुबह अस्पताल लाया गया था। उसकी धड़कन रुकी हुई थी और वह मृत लग रहा था। सीपीआर देकर उसे होश में लाने की कोशिश की गई, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। बच्चे के परिजनों ने बताया कि कुछ साल पहले उसे दिल से संबंधित दिक्कत हुई थी और 15 दिन तक वह अस्पताल में भर्ती था। इसके अलावा किसी अन्य बीमारी या इलाज का जिक्र नहीं किया गया।
परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इंकार
डॉक्टर ने यह भी बताया कि पोस्टमार्टम के बारे में पूछे जाने पर बच्चे के परिजनों ने मना कर दिया। बच्चे के शरीर पर चोट या किसी अन्य चीज के कोई निशान नहीं थे। ऐसे में किसी अन्य वजह से मौत होने की आशंका बेहद कम है।
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