जयपुर. राजस्थान के एक प्रमुख चिकित्सक के अनुसार ह्रदय रोग व आंत से जुड़ी दिक्कतें भी कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण हो सकती हैं और ऐसे लोगों को खांसी या बुखार का इंतजार किए बिना ही चिकित्सकों से संपर्क करना चाहिए। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सुधीर भण्डारी ने बताया, ‘‘कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों में खांसी व बुखार के अलावा भी कई लक्षण मिले हैं। विशेष रूप से किसी बुजुर्ग में ह्रदय, किडनी या आंत संबंधी कोई दिक्कत है तो उन्हें जांच करवानी चाहिए।’’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ समीक्षा बैठक में सोमवार को उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से जिनकी मौत हुई है उनमें से कुछ की अस्पताल लाने से पहले ही मौत हो गई थी। मौत का कारण पता लगाने के लिए किए गए विश्लेषण में कोरोना संक्रमण के कारण हार्ट अटैक, श्वसन तंत्र के काम नहीं करने, आंतों में संक्रमण सहित अन्य बीमारियां भी कारणों के रूप में सामने आई हैं।
बैठक में बताया गया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। संक्रमित मरीजों में खांसी एवं जुकाम के अलावा कई अन्य लक्षण भी मिले हैं। बैठक में बताया गया कि राजस्थान में अब तक कोरोना से हुई मौतों का विशेषज्ञों द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है।
इन मौतों का गहन अध्ययन करने के लिए मृतकों के परिजनों से मिलकर रोगियों की पूरी केस हिस्ट्री, देरी से अस्पताल पहुंचने के कारणों, अन्य पुरानी बीमारियों आदि की जानकारी लेकर उसका तार्किक विश्लेषण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से सोमवार को छह और मौत दर्ज की गयी इससे राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 246 हो गई है। इसके साथ ही 277 नये मामले सामने सामने आए जिससे राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमितों की अब तक की कुल संख्या 10,876 हो गयी।