जयपुर: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अब सुपर स्प्रेडर्स की पहचान के लिए टेस्टिंग की जाएगी। परकोटा क्षेत्र में घर-घर राशन सामग्री की आपूर्ति करने वाले 100 से अधिक दुकानदारों एवं उनके यहां काम करने वाले व्यक्तियों की सैम्पल टेस्टिंग कराने के भी निर्देश दिए। सरकार की ओर से ऐसे संभावित सुपर स्प्रेडर्स के भी रैंडम टेस्ट कराने के निर्देश दिए जिनके पास लोगों का बड़ी संख्या में रोजाना आना-जाना होता है जैसे दवा विक्रेता, सब्जी की दुकान, ग्रोसरी के दुकानदार आदि। जवाहर नगर कच्ची बस्ती क्षेत्र में भी रैंडम सैम्पलिंग कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
रामंगज एवं कर्फ्यूग्रस्त परकोटा क्षेत्र में स्क्रीनिंग कर पल्स ऑक्सीमीटर के जरिए साठ वर्ष से अधिक उम्र के 11 हजार से अधिक बुजुगों के साथ ही आईएलआई मरीजों, कोरोना के लक्षण वाले, अन्य गंभीर बीमारियों वाले मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं की जांच की जाएगी। नोडल अधिकारी ने भविष्य में लॉकडाउन खोले जाने की स्थिति में कोरोना संक्रमण के प्रति वलनरेबल ( साठ वर्ष से अधिक उम्र के एवं ऎसे व्यक्ति जिनको अन्य गंभीर बीमारियां हैं ) लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए व्यापक स्तर पर आईईसी की आवश्यकता भी बताई है।