कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी आगामी राज्यसभा चुनाव में राज्य में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। डोटासरा ने कहा कि पार्टी लोकतंत्र में विश्वास करती है, जबकि भाजपा निर्वाचित प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त में लिप्त है। डोटासरा ने कहा, "हम उनकी (भाजपा) तरह दलालों पर निर्भर नहीं हैं। भाजपा के पास राज्यसभा उम्मीदवार को चुनने के लिए पूर्ण बहुमत है। हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। हम खरीद-फरोख्त और दलाली में विश्वास नहीं करते। इसलिए भाजपा जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी, वह निर्विरोध निर्वाचित होगा।"
'देश में गृहयुद्ध जैसे हालात और प्रधानमंत्री विदेश यात्राओं में व्यस्त'
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती समारोह के बाद यहां संवाददाताओं से यह बात कही। डोटासरा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण खतरे में है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग सिर्फ कुर्सी हथियाने के लिए काम कर रहे हैं, और देश में सत्ता हथियाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने दावा करते हुए कहा, ‘‘देश में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं और प्रधानमंत्री विदेश यात्राओं में व्यस्त हैं। आज हमारे किसी भी पड़ोसी देश से रिश्ते अच्छे नहीं हैं।’’
'आरक्षण के साथ छेड़छाड़ नहीं होने देगी कांग्रेस'
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भाजपा ‘एक राज्य एक चुनाव’ और ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का नारा देती है। लेकिन हाल ही में चार में से दो राज्यों में चुनाव घोषित हो गए। प्रदेश की छह विधानसभा सीटों के साथ कई जगहों पर उपचुनाव होने थे। लेकिन पता नहीं ये कब होंगे।’’ उन्होंने केंद्र से आरक्षण पर अपना रुख साफ करने को भी कहा। उन्होंने कहा, ‘‘आज अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के वर्ग के लोग आक्रोशित हैं, क्योंकि सरकार ने आरक्षण पर अपना रुख साफ नहीं किया है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का रुख साफ है कि वह आरक्षण के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं होने देगी और इसे कमजोर नहीं होने देगी। डोटासरा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है और आए दिन दुष्कर्म और हत्याएं हो रही हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)
यह भी पढ़ें-
भाजपा ने राम माधव को दी जम्मू-कश्मीर में चुनाव की कमान, PDP-BJP सरकार बनवाने में थी बड़ी भूमिका
चंपई सोरेन की नाराजगी से कांग्रेस अलर्ट, भाजपा खामोश, झारखंड की सियासत में आगे क्या