जयपुर: कांग्रेस हाईकमान ने दिसंबर के पहले हफ्ते में राजस्थान में प्रवेश करने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के विरोधी खेमे के बीच संघर्ष विराम का आदेश दिया है। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी न करने की चेतावनी दी है। जयपुर में कांग्रेस के वॉर रूम में आयोजित पार्टी नेताओं की बैठक में कांग्रेस महासचिव ने कहा, अगर कोई दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है और पार्टी नेताओं के खिलाफ बयान देता है, तो उसे 24 घंटे में पद से हटा दिया जाएगा।
'हम आपस में लड़ेंगे तो BJP से मुकाबला कैसे करेंगे'
उन्होंने कहा, अब समय नहीं है कि आपस में बयानबाजी कर पार्टी को कमजोर किया जाए। हम आपस में लड़ेंगे तो भाजपा से मुकाबला कैसे करेंगे। वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठक की। मुलाकात के दौरान उन्होंने कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा उठाए गए सवालों पर भी नाराजगी जताई। जब वेणुगोपाल ने बयानबाजी बंद करने के लिए कहा तो हरीश चौधरी ने जवाबी सवाल किया कि अगर किसी नेता की कोई भावना है, तो वह उन्हें कैसे व्यक्त करेगा? इस पर वेणुगोपाल ने लगभग फटकार भरे लहजे में चौधरी के खिलाफ नाराजगी जताई। वेणुगोपाल ने कहा, जब आप जैसे जिम्मेदार पदों पर बैठा नेता इस तरह की बात करता है तो बाकी लोगों से क्या उम्मीद की जा सकती है।
25 सिंतबर के बाद से राजस्थान कांग्रेस में सियासी संग्राम
राजस्थान कांग्रेस में 25 सितंबर को एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा हो गया, जब कांग्रेस विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान द्वारा बुलाई गई एक आधिकारिक बैठक के समानांतर बैठक की। इसके बाद से ही नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।