जयपुर: राजस्थान में बगावत करने वाले सचिन पायलट पर कांग्रेस अब कार्रवाई करने जा रही है। कांग्रेस ने कहा है कि जो भी विधायक आज विधायकल दल की बैठक में नहीं आए हैं उनपर एक्शन लिया जाएगा। कांग्रेस विधायकल दल की बैठक में सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव पास किया गया। विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए विधायकों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है।
पार्टी की ओर से बार-बार विधायकों को चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई भी शामिल नहीं हुआ। कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने सचिन पायलट से बात करने की कोशिश की है लेकिन वो बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं, ऐसे में अब बातचीत के रास्ते बंद होते हुए दिख रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट की ओर से मांग रखी गई है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए, अविनाश पांडे को राजस्थान के प्रभारी पद से तुरंत हटाया जाए और उनके साथियों को मंत्रिमंडल में अहम जगह मिलनी चाहिए। अब इनमें से दो मांगों को कांग्रेस मानने को तैयार है, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर विधायक दल की बैठक में चर्चा नहीं हुई। सभी विधायक अशोक गहलोत का समर्थन कर रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक सोमवार दोपहर भी मुख्यमंत्री निवास में हुई थी। उसमें कांग्रेस के साथ साथ उसके समर्थक निर्दलीय, माकपा के एक, बीटीपी के दो एवं आरएलडी के एक विधायक शामिल हुए। इस बैठक के बाद इन सभी विधायकों को दिल्ली रोड पर एक होटल में ले जाया गया है।
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अशोक गहलोत का दावा गलत, विधायकों की पूरी संख्या उनके साथ नहीं: सूत्र
सुरजेवाला ने दावा किया कि 109 विधायकों ने अशोक गहलोत सरकार में अपना विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि 109 विधायकों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के प्रति समर्थन पत्र भी दिया और विश्वास भी जताया। कांग्रेस नेता ने कहा, 'इस विश्वास के साथ इन विधायकों ने भाजपा के विधायकों के खरीद फरोख्त के मंसूबों को फेल कर दिया। उन्होंने प्रजातंत्र के चीर-हरण की भाजपा की कोशिशों को खारिज कर दिया।'