राजस्थान में बीजेपी जल्द ही कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में है। कांग्रेस के बड़े आदिवासी नेता और विधायक महेंद्रजीत मालवीय बीजेपी के संपर्क में हैं और वे कभी भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। महेंद्रजीत मालवीय अगर पार्टी छोड़ते हैं तो लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को यह बड़ा झटका होगा। वे कल सोनिया गांधी के नामांकन में भी शामिल नहीं हुए थे।
कांग्रेस से नाराज हैं मालवीय
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। मालवीय वर्तमान में बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। दक्षिणी राजस्थान के एक आदिवासी नेता के रूप में उनकी अलग पहचान है। यहां पर भाजपा को कांग्रेस की तुलना में मजबूत माना जाता है। राज्य में आगामी लोकसभा चुनावों से पहले उनका शामिल होना महत्वपूर्ण हो सकता है।
कांग्रेस के बड़े आदिवासी नेता हैं मालवीय
बागीदौरा विधानसभा सीट मेवाड़ क्षेत्र का हिस्सा है, जो 4 अगस्त को जिलों के पुनर्गठन से पहले बड़े पैमाने पर भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद और उदयपुर के पुराने जिलों तक फैली हुई है। मालवीय पहली बार 2008 में जनता पार्टी को हराकर विधायक बने थे। 2013 में मजबूत सत्ता विरोधी लहर के बावजूद जब कांग्रेस सिर्फ 21 सीटों पर सिमट गई थी, तब मालवीय ने भाजपा के खेमराज गरासिया को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी थी। उन्होंने 2018 में गरासिया को फिर से हरा दिया।
साल 2020 में टोंक विधायक सचिन पायलट और उनके वफादार विधायकों के समूह द्वारा उस अशोक गहलोत सरकार को गिराने के प्रयास के संबंध में दर्ज एक प्राथमिकी में मालवीय का नाम सामने आया था। यह मामला उस साल के राजनीतिक संकट के दौरान लीक हुए कथित ऑडियो क्लिप से संबंधित है, जिसमें कुछ लोगों को यह कहते हुए सुना गया था कि मालवीय पायलट के साथ थे लेकिन उन्होंने पाला बदल लिया है।