जयपुर. बड़ी संख्या में प्रवासियों की एंट्री से राजस्थान में कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा पैदा हो गया है। राजस्थान सरकार ने अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में 18 लाख से ज्यादा प्रवासी पहुंचे हैं। इनमें से करीब 93 हजार ऐसे प्रवासी हैं जो अवैध रूप से राजस्थान में आए हैं। इन प्रवासियों की न तो स्क्रीनिंग हुई है और न ही जांच हुई है। मोबाइल ट्रेसिंग ने इन प्रवासियों की वापसी की जानकारी मिली है।
दरअसल हर राज्य की तरह राजस्थान में भी लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में मजदूर वापस लौटे। बड़ी तादाद में अन्य राज्यों के मजदूर अपने राज्य वापस गए। इसमें राजस्थान सरकार ने करीब 25 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन सबसे चिंताजनक पहलू यह सामने आ रहा है कि करीब 92 हजार प्रवासियो ने राजस्थान में अवैध रूप से प्रवेश किया, वही राजस्थान से 45 हजार अवैध रूप से अन्य राज्यों में गए। यह खतरे की घंटी है। सरकार लगातार इन लोंगों को ट्रेस कर रही है।
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राजस्थान सरकार के एसीएस उद्योग सुबोध अग्रवाल ने बताया कि सरकार बस, ट्रेनों से अन्य राज्यों में फंसे लोगों को वापस लेकर आई। बड़ी संख्या में लोग अपने निजी वाहनों से भी वापस आए। इन सबको मिलाने के बाद वापस आए लोगों में एक लाख का अंतर पता चला। इसके बाद हमने जब हमने इसे मिलाया, गांवों में कमेटियां बनाई तो पता चला कि लगभग 93 हजार लोग एक्ट्रा निकले। ये वो लोग हैं, चुपचाप आ गए।
अब भले ही सरकार इन लोगों को ट्रेस कर रही हो, home quarantine पर फोक्स कर रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि इस दौरान अबतक अवैध रूप से वापस आए और गए हजारों प्रवासी लाखों लोगों के संपर्क में आ चुके हैं। ऐसे में राज्य में कम्युनिटी स्प्रीड का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। Lockdown4 के बाद तेजी कोरोना के आंकड़े बढ़ने में यह भी एक बड़ी वजह सामने आ रही है। बता दें कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 10 हजार के करीब पहुंच चुका है, राज्य में अबतक 200 से ज्यादा लोगों की मौत इस बीमारी की वजह से हो चुकी है।
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