राजस्थान में विधानसभा चुनाव की डेट आने के बाद सत्ताधारी और विपक्षी पार्टी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही है। राजस्थान में 25 नवंबर को चुनाव के लिए वोटिंग होगी, जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। इस बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को रिवाज को तोड़ते हुए सत्ता में वापसी का दावा किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में काम में कोई कोताही नहीं बरती, यही वजह है कि जनता ने राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार ‘रिपीट’ करने का मन बना लिया है।
"लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर"
गहलोत ने जयपुर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार ने पानी, बिजली, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में प्रमुखता से काम किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने डेढ़ लाख किलोमीटर लंबी सड़कें बनवाई हैं और वह तीन लाख नौकरियां दे रही है। उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं कि लोगों ने इस बार तय कर रखा है कि कांग्रेस की सरकार 'रिपीट' करनी है। यह मेरा मानना है जो मैं लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर महसूस करता हूं।"
"काम करने में कोई कोताही नहीं बरती"
गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने काम करने में कोई कोताही नहीं बरती। उन्होंने कहा, "हमने एक लाख संविदाकर्मियों की नौकरी का रास्ता खोला। पुरानी पेंशन योजना दी, जिसकी चर्चा पूरे देश में है। हमने बेहतर प्रशासन दिया है।" उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता का आशीर्वाद कांग्रेस को मिलेगा और उसकी फिर सरकार बनेगी। इसके साथ ही गहलोत ने कहा, "जनता उन तत्वों, बीजेपी के बड़े बड़े नेताओं को चुनाव में सबक सिखाएगी, जिन्होंने मेरी सरकार गिराने का षड्यंत्र रचा था। उस प्रकरण को लेकर जनता का गुस्सा अभी गया नहीं है।"
- PTI इनपुट के साथ