नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने पांच करोड़ रुपये खर्च कर मजदूरों को राजस्थान से यूपी उनके घर भेजा लेकिन हमने किराया नहीं मांगा। यूपी की बसों का डीजल हमने भरवाया तो यूपी सरकार ने कहा कि बसों का बिल हम देंगे.. हमने किराया नहीं मांगा। क्या हम 36 लाख रुपए मांग सकते हैं? अशोक गहलोत ने इंडिया टीवी के स्पेशल विशेष कार्यक्रम 'मुख्यमंत्री सम्मेलन' ये बातें कहीं।
पीयूष गोयल रेलमंत्री का पद नहीं संभाल पा रहे
उन्होंने कहा कि हम कोरोना का मुकाबला भी कर रहे हैं और अन्य सेवाओं को भी जारी रखा है। हम आगे और भी सेवाओं को खोलेंगे। वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल के बार में उन्होंने कहा कि वे रेलमंत्री का पद नहीं संभाल पा रहे हैं। गहलोत ने कहा- 'करोड़ों लोग प्रति दिन ट्रेन से सफर करते हैं। इसमें रेलवे की कोई उपलब्धि नहीं है। लेकिन ट्रेनें रास्ता भूल जाएं तो यह बात हजम नहीं होता। ट्रेनों में इतने लोग मर गए। ट्रेनें 9 दिनों में घर पहुंचे। रेल मंत्री को इसका जवाब देना चाहिए। यदि सरकार सही तरह से प्लानिंग करती तो मजदूरों को परेशानी न होती।'
कोरोना का मुकाबला करते हुए अन्य सेवाओं को भी जारी रखा
अशोक गहलोत ने कहा-' कोरोना का मुकाबला भी कर रहे हैं और अन्य सेवाओं को भी जारी रखा। हम आगे और भी सेवाओं को खोलेंगे। हमने पूरे लॉकडाउन के दौरान सावधानी से काम करते हुए अपना इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया है। हमने अपने फंड को मेडिकल सर्विस में प्रयोग किया है । राज्य में धीरे धीरे सभी चीजों को अनुमति दी जा रही है। केंद्र की गाइडलाइंस को लेकर ही आगे की योजना बनाई जाएगी।'
राज्य के सभी जिलों में टेस्टिंग की व्यवस्था होगी
राजस्थान में कोरोना का डबलिंग रेट 19 दिन है। रोजाना 14000 टेस्टिंग रोजाना हो रही है। आने वाले दिनों में 25000 टेस्टिंग करेंगे। लॉकडाउन ने हमें तैयारी का मौका दिया। राज्य के सभी जिलों में टेस्टिंग की व्यवस्था होगी। फिलहाल 17 जिलों में टेस्टिंग की सुविधा है। हम कोरोना का पूरा मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। प्रवासियों को कंटेनमेंट और अन्य व्यवस्थाएं की हैं। जिसके चलते 2000 से ज्यादा पॉजिटिव प्रवासियों को इलाज देने में सफलता हासिल की है।