Bulldozer on Alwar temple : अलवर के राजगढ़ में 300 साल पुराना मंदिर तोड़े जाने के मामले में बीजेपी कांग्रेस के बीच सियासी घमासान शुरू हो गया। इंडिया टीवी के पास नगरपालिका की बैठक के मिनेट्स के दस्तावेज हैं जिससे इस मामले में कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश होता है। एक दस्तावेज में पहले ही कहा गया है कि सही माप नहीं है इसलिए अतिक्रमण को नहीं हटाया जाए। यह वर्ष 2016 के दस्तावेजों में अंकित है। वहीं दूसरा दस्तावेज 2021 की मीटिंग का है जिसमें कहीं भी मंदिर और कोई माप का ज़िक्र नहीं है। इसके बाद भी बुलडोजर चला दिया गया।
आपको बता दें कि 300 साल पुराने मंदिरों पर सरकार ने बुलडोजर चलवाया है। लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर साजिश के तहत मंदिर तोड़े गए हैं। हैं। बीजेपी का आरोप है कि दौसा में बनने वाले हाईवे के रास्ते में आने वाले कई मंदिर तोड़ दिए गए लेकिन हाईवे के रास्ते में आने वाला मस्जिद नहीं तोड़ा गया। बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि अशोक गहलोत बाबर और औरंगजेब से भी ज्यादा बर्बर हैं। राजगढ़ नगरपालिका के चेयरमैन ने भी कांग्रेस के उस आरोप को गलत साबित कर दिया है जिसमें मंदिर पर बुलडोजर चलवाने का गुनहगार बीजेपी के बहुमत वाले नगरपालिका बोर्ड को बताया गया है।
उधर कांग्रेस विधायक का वीडियो सामने आया है जिसमें जौहरी लाल मीणा ये कहते नज़र आ रहे हैं कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता। अब बबूल का पेड़ बोया है तो आम कहां से आएगा। आप 34 पार्षदों को मेरे घर लेकर आओ कार्रवाई रुक जाएगी। विधायक के इसी बयान को लोग मंदिर तोड़ने से जोड़ रहे हैं। दरअसल, राजगढ़ में फिलहाल BJP का बोर्ड है। इस मामले में हिन्दू संगठनों ने शिकायत दर्ज कराई है।