देश भर में अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले साउथ दिल्ली से सांसद और टोंक जिला चुनाव प्रभारी रमेश बिधूड़ी ने विधानसभा चुनावों की तुलना पड़ोसी देश पाकिस्तान के लाहौर से कर दी है। बता दें कि सांसद रमेश बिधूड़ी टोंक में भाजपा कार्यकर्ता को सम्बोधित कर रहे थे। बोलते-बोलते उन्होंने कहा कि टोंक और राजस्थान के चुनाव पर "लाहौर" की नज़र है। रमेश बिधूड़ी टोंक में भाजपा प्रत्याशी की ओर से एक युवा मोर्चा के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
चुनाव पर "लाहौर" की नज़र
बीते दिन टोंक में भाजपा प्रत्याशी अजित सिंह मेहता की ओर से आयोजित युवा कार्यकर्ता सम्मेलन रखा गया था और इस कार्यक्रम में दक्षिण दिल्ली सांसद और टोंक जिला चुनाव प्रभारी रमेश बिधूड़ी को भी बुलाया गया था। इस कार्यक्रम के दौरान साउथ दिल्ली सांसद प्रभारी रमेश बिधूड़ी ने कहा कि PFI के लोगों को शरण कौन देता है? PFI के लोग पकड़े जाते हैं उनको रोटी कौन खिलाता है? टोंक में बैठने वाले लोग खिलाते हैं, यहां तो लाहौर की भी नज़र है।
बता दें कि मॉनसून सत्र के दौरान भी रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद को अपशब्द कहे थे, इस बयान को लेकर उनकी और बीजेपी की काफी किरकिरी भी हुई थी। इसके बाद पार्टी नेतृत्व ने उन्हे राजस्थान में बीजेपी के पक्ष में वोटरों को लुभाने का जिम्मा सौंप दिया है। बिधूड़ी को जिन क्षेत्रों का प्रभारी बनाया गया है, जो कांग्रेस नेता सचिन पायलट का प्रभावी क्षेत्र है।
"साम्राज्य बनाने के लिए अधिपत्य दर्ज कराना पड़ता है"
सांसद रमेश बिधूड़ी ने आगे कहा कि अपना साम्राज्य बनाने के लिए अधिपत्य दर्ज कराना पड़ता है, जंग लड़ने पड़ते हैं। खैरात में कोई कुछ भी किसी को नहीं देता। भूखे पेट लड़ना पड़ता है। तब जाकर आप अपना साम्राज्य बना सकते हैं। हमारे पूर्वजों के बनाए साम्राज्य को छीनने के प्रयास हजारों वर्षों से होता रहा है, लेकिन हम सोते रहे, रोटियों की तरफ देखते रहे। हमने सोचा ही नहीं कि चित्तौड़ की महराजाओं की तरह घास की रोटी खा लेंगे पर अस्मिता को नहीं जाने देंगे। आप सभी यह मत भूलिए, हम रणकुंभेरों की धरती राजस्थान के रहने वाले हैं।
PFI को शरण कौन देता है?
सांसद बिधूड़ी ने बीजेपी के एक नेता अजीत के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि वो कह रहे थे विधानसभा चुनाव पर देश की नजर है। पर मैं आपको बताना चाहता हूं, इस चुनाव पर राजस्थान और टोंक के लोगों के साथ लाहौर की भी नजर है। इसके आगे उन्होंने जनसभा में शामिल लोगों से पूछा PFI को शरण कौन देता है? पीएफआई के जो लोग पकड़े जाते हैं, उन्हें रोटी कौन देता है? इसका जवाब देते हुए बिधूड़ी ने कहा, "टोंक वाले उसे रोटी खिलाते हैं। इसलिए, हमें यह देखना पड़ेगा कि 25 को चुनाव के बाद देश में लड्डू बंटने चाहिए या लाहौर में, आतंकवादी नजर गड़ाए बैठे हैं।"
गहलोत पर भी साधा निशाना
बीजेपी सांसद ने सीएम अशोक गहलोत को निशाने साधते हुए कहा कि यहां एक्सीडेंट में विशेष समुदाय का कोई मारा जाएगा तो उसे परिवार को नौकरी और 50 लाख रुपये दिए जाते हैं, लेकिन जब बेकसूर कन्हैया की हत्या होती है तो उनके परिवार वालों को 5 लाख रुपये भीख में दिए जाते हैं। साफ है ये लड़ाई अस्मिता की है। जानकारी दे दें कि राजस्थान विधानसभा की कुल 200 सीटें पर 25 नवंबर को मतदान होना है।
(इनपुट-पुरूषोत्तम जोशी)
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