जयपुर: लोकसभा चुनावों को लेकर राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सूबे में हुए विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के बाद पार्टी आत्मविश्वास से लबरेज़ है। BJP अब लोकसभा चुनावों के लिए जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश कर रही है। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने जहां राजस्थान की 25 में से 24 सीटें जीती थीं और एक सीट RLP को मिली थी वहीं 2014 के चुनावों में पार्टी ने सभी 25 सीटों पर अपना परचम लहराया था। सूत्रों के मुताबिक, इस बार के चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने के लिए पार्टी ने राजधानी जयपुर से 2 दिग्गजों को टिकट देने का मन बना लिया है।
PM मोदी की गुड बुक्स में हैं जोशी!
BJP के अंदरखाने से जो खबरें मिल रहीं हैं उसके मुताबिक इस बार जयपुर से प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को टिकट दिया जा सकता है जबकि जयपुर ग्रामीण से सतीश पूनिया का टिकट तय माना जा रहा है। चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी इस बार जयपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान जोशी जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कदमताल करते दिखाई दिये और बीजेपी ने चुनावों में जीत हासिल की, उससे ये माना जा रहा है कि वह PM मोदी की गुड बुक्स में शामिल हैं। सौम्य छवि का होना, किसी भी विवाद में न पड़ना और संघ के प्रति समर्पित होना उनकी बाकी यूएसपी है।
विधानसभा चुनावों में जीत का इनाम!
पार्टी जयपुर सीट से लगातार 2 बार चुनाव जीतने वाले ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नेता रामचरण बोहरा की जगह इस बार सीपी जोशी को मैदान में उतार सकती है। जयपुर को बीजेपी का गढ़ माना जाता है और पार्टी इस बात पर विचार कर रही है कि इस बार भी ब्राह्मण चेहरे को ही तरजीह दी जाए। माना जा रहा है कि जोशी को विधानसभा चुनावों में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए जयपुर का टिकट रिवॉर्ड के तौर पर दिया जा सकता है। निर्दलीय चंद्रभान आक्या के विरोध की वजह से चित्तौड़गढ़ की सीट सीपी जोशी के लिये थोड़ी मुश्किल साबित हो सकती है।
जयपुर ग्रामीण से चुनाव लड़ेंगे पूनिया!
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का जयपुर ग्रामीण से चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। पूनिया भले ही आमेर से विधानसभा चुनाव हार गए हों लेकिन माना जा रहा है कि वह पार्टी में बड़े जाट नेता के तौर पर उभर कर आये हैं। राजस्थान में जाटों की नाराजगी को दूर करने और जाट लैंड पर पकड़ बनाने के लिए सतीश पूनिया को जयपुर ग्रामीण से चुनाव लड़ाने पर पार्टी विचार कर रही है। पार्टी अंदरखाने के लोगों का कहना है कि यूपी और कर्नाटक चुनावों में सतीश पूनिया को जो दायित्व दिया गया था उसे उन्होंने बखूबी निभाया। जाट बहुल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पूनिया के ताबड़तोड़ दौरे से पार्टी को फायदा हुआ था और यही वजह है कि उन्हें जयपुर ग्रामीण से टिकट दिया जा सकता है।