नई दिल्ली: राजस्थान में कोरोना के खिलाफ जंग पूरी ताकत के साथ लड़ी जा रही है, बावजूद इसके कोरोना के हॉटस्पॉट लगातार बढ़ रहे हैं। जयपुर का रामंगज हो या परकोटा, कोरोना लोगों की सासों पर भारी पड़ रहा है। लिहाजा अब सरकार उन लोगों की तलाश कर रही है जो शहर में सुपर स्प्रेडर्स बनकर घूम रहे हैं। राज्य सरकार ने जयपुर के सुपर स्प्रेडर्स की पहचान करने का आदेश दिया है जिसके तहत परकोटा इलाके में घर-घर राशन सामग्री पहुंचाने वालों की जांच की जाएगी और 100 से अधिक दुकानदारों और वहां काम करने वाले नौकरों के सैंपल लिए जाएंगे।
मतलब परकोटा इलाके में चाहे वो दवा बेचता हो, सब्जी बेचता हो या फिर ग्रोसरी का सामान बेचता हो, सबकी जांच होगी। इसके अलावा शहर के 11 हजार से ज्यादा बुजुर्गों की भी पहचान हो रही है। इसके अलावा पता लगाया जा रहा है कि किस घर में गंभीर बीमारियों वाले मरीज हैं। किस घर में गर्भवती महिलाएं हैं और किस घर में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग बुजुर्ग हैं।
पिछले दिनों ओमान से लौटे एक शख्स की वजह से जयपुर का रामगंज कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया और अब तक बना हुआ है। लिहाजा परकोट इलाके में जैसे ही खबर मिली है कि कोरोना का विस्फोट हो सकता है सरकार अलर्ट हो गई। राजस्थान में कल कोरोना के 77 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इसमें 25 मामले सिर्फ जयपुर में सामने आए हैं।
राज्य में अब कोरोना के कुल मरीज 2262 हो गए हैं। कल राजस्थान में कोरोना से 9 लोगों की मौत हो गई। अभी तक राजस्थान में 50 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। राजस्थान में भीलवाड़ा को लेकर चिंता हो रही थी लेकिन भीलवाड़ा तो शांत है लेकिन कोरोना का वायरस जयपुर को कभी न भूलने वाला दर्द दे रहा है।
हर रोज कोरोना का वायरस शहर में जान ले रहा है। हालत इतने खराब हैं कि लोग घरों में बैठे हैं। तमाम ऐहतियाती कदम उठाने के बाद भी इन इलाकों में मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जरूरत और ज्यादा सतर्कता और सावधानी की है।