जयपुर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को छात्राओं के साथ दरिंदगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रिंसिपल के ऊपर छात्राओं को परेशान करने और उन पर ‘अनैतिक’ संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी ने छात्राओं को ‘अनैतिक’ संबंध के बदले में परीक्षा और खेल में फायदा दिलाने का वादा किया था। प्रिंसिपल और एक छात्रा के बीच की बातचीत की एक कथित ऑडियो वायरल होने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रिंसिपल की हरकतों से तंग आकर लड़कियों ने छोड़ा स्कूल
ग्रामीणों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब प्रिंसिपल पर इस तरह के आरोप लगे हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रिंसिपल पर पहले भी इसी तरह के गलत कामों के आरोप लगे थे, जिसके बाद उसने पंचायत की बैठक में माफी मांगी थी। ग्रामीणों ने प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए मंगलवार को विरोध-प्रदर्शन भी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल के छात्राओं के साथ फोन पर अश्लील बातचीत करने के कारण कई लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी टीना डाबी से मुलाकात कर केस में कड़ा एक्शन लेने की अपील की।
पूरे नंबर देने का वादा करके संबंध बनाने को करता था मजबूर
टीना डाबी के निर्देश के बाद नागाणा थाने की एक टीम ने मंगलवार को प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। उस पर आरोप है कि उसने छात्राओं को खेलकूद और स्काउटिंग में पूरे नंबर और सर्टिफिकेट देने का वादा करके ‘अनैतिक’ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। प्रिंसिपल पर यह भी आरोप है कि उसने छात्राओं को फोन पर ‘अश्लील’ बात करने और उन्हें स्कूल कैंपस में रोककर ‘गलत’ काम करने के लिए मजबूर किया। सामने आई ऑडियो रिकॉर्डिंग में आरोपी कथित तौर पर एक छात्रा पर अवैध संबंध बनाने का दबाव बनाते हुए सुनाई दे रहा है।
छुट्टियों के दौरान वीडियो कॉल करके छात्रा को किया था परेशान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार शाम को ग्रामीणों ने बाड़मेर की डीएम टीना डाबी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने बताया कि हाल ही में प्रिंसिपल ने दिवाली की छुट्टियों के दौरान वीडियो कॉल करके एक छात्रा पर कथित तौर पर अनुचित संबंध बनाने का दबाव बनाने की कोशिश की, जिसके बाद कुछ लड़कियों ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया। इस बीच, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घटना को गंभीरता से लेते हुए इसे ‘बेहद निंदनीय और शर्मनाक’ कृत्य करार दिया। मंत्री के निर्देश के बाद जिलाधिकारी डाबी ने उपखंड अधिकारी को घटना पर एक रिपोर्ट देने को कहा है।