नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर जिले से विधायक बनने के बाद बाबा बालकनाथ ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बालकनाथ ने आज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और संसद सदस्यता से इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। वह अलवर जिले की तिजारा से विधायक चुने गए हैं। बाबा बालकनाथ को सीएम बनाने की अटकलें चल रही हैं। हालांकि बीजेपी ने अभी तक किसी के नाम फाइनल नहीं किए हैं। बीजेपी राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।
राजस्थान में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
बाबा बालकनाथ अलवर से सांसद थे। इसके साथ ही राजस्थान में बालकनाथ की संभावित भूमिका को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की रेस में जिन नेताओं का नाम लिया जा रहा है उनमें बाबा बालकनाथ भी शामिल हैं। ऐसी अटकलें हैं कि बीजेपी उन्हें राजस्थान में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।
भाजपा के नौ लोकसभा सदस्यों के इस्तीफे स्वीकार
वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उन नौ सांसदों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं जिन्होंने हालिया विधानसभा चुनावों में विधायक निर्वाचित होने के बाद बुधवार को त्यागपत्र दिए थे। बिरला ने बृहस्पतिवार को सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर इस बारे में सभा को सूचित किया।
इन सांसदों ने दिया था इस्तीफा
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन को बताया कि राजस्थान प्रदेश के जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन राठौड़, राजसमंद से दीया कुमारी, मध्य प्रदेश के मुरैना से नरेन्द्र सिंह तोमर, दमोह से प्रह्लाद पटेल, जबलपुर से राकेश सिंह, सीधी से रीति पाठक, होशंगाबाद से उदय प्रताप सिंह और छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से गोमती साय और बिलासपुर से सांसद अरुण साव ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा, मैंने इन सदस्यों के त्यागपत्र को छह दिसंबर, 2023 की तिथि से स्वीकार कर लिया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद सिंह पटेल समेत भाजपा के 10 सांसदों ने बुधवार को इस्तीफा दिया था। इनमें किरोणीलाल मीणा राज्यसभा के सदस्य थे। ये सभी सांसद हालिया विधानसभा चुनाव में विधायक निर्वाचित हुए हैं।