राजस्थान में सियासी संकट जारी है। इसी बीच विधायकों के खरीद फरोख्त के मामले में पायलट को भेजी गई एसओजी की चिट्ठी सामने आने के बाद सियासी बवाल मच गया है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर साफ किया है कि इस चिट्ठी को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। सीएम गहलोत ने कहा है कि यह चिट्ठी सिर्फ पायलट को नहीं बल्कि मुख्यमंत्री सहित कई लोगों के नाम से भेजी गई है। इस बीच सीएम गहलोत ने रात 9 बजे सभी विधायकों की बैठक बुलाई है।
गहलोत ने कहा कि एसओजी को जो कांग्रेस विधायक दल ने बीजेपी नेताओं द्वारा खरीद-फरोख्त की शिकायत की थी उस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, चीफ व्हिप एवम अन्य कुछ मंत्री व विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं। इस नोटिस को अलग ढंग से प्रस्तुत करना उचित नहीं है।
राज्य के आतंकवाद विरोधी दस्ता और एसओजी ने अपने ही उपमुख्यमंत्री को सरकार गिराने के आरोपों की जांच में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। माना जा रहा है कि राजस्थान में मौजूदा सियासी संकट का कारण यही चिट्ठी है। बताया जा रहा है कि इस नोटिस के मिलने के बाद से ही सचिन पायलट नाराज़ है। इसी चिट्ठी के बाद वे दिल्ली चले गए थे।
क्या है चिट्ठी में
एसओजी ने सरकार गिराने के आरोपों की जांच में आईपीसी की धारा 124 ए और 120 बी के तहत पूछताछ के लिए पत्र लिखा है। इसके लिए सचिन पायलट का बयान लिया जाना था। यह चिट्ठी 10 जुलाई को लिखी गई थी। इसमें पायलट से पूछताछ के लिए समय, तारीख और स्थान की जानकारी मांगी गई है।
सीएम गहलोत को भी सम्मन
इस बीच एसओजी का एक और नोटिस सामने आया है। एटीएस और एसओजी ने यह नोटिस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा है। नोटिस में आईपीसी की धारा 124ए और 120 बी के तहत जांच के लिए कहा गया है। एसओजी ने सीएम से बयान दर्ज कराए जाने के लिए समय मांगा है। यह नोटिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद की ओर से जारी किया गया है।
10 जुलाई को दर्ज हुई थी FIR
राजस्थान पुलिस के विशेष कार्य बल 'एसओजी' ने राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में एक मामला दर्ज किया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एसओजी) अशोक राठौड़ के अनुसार दो व्यक्ति, जिनके मोबाइल नम्बर की जानकारी है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया, 'दर्ज किये गये मामले में आरोप यह है कि दोनों व्यक्तियों की बातचीत से लगता है कि उन्हें पता है कि क्या हो रहा है, कैसे खरीद-फरोख्त करनी है या इस पर आगे बढ़ना है, कैसे सरकार को अस्थिर करना है या उसके बाद क्या स्थिति बनेगी और उससे इन्हें कैसे फायदा हो सकता है।' यहां उन्होंने बताया था कि इस मामले में मुख्यमंत्री (अशोक गहलोत) सहित जो भी प्रभावित पक्ष हैं, उनसे उनका पक्ष जानने की कोशिश की जाएगी।
राज्यसभा चुनाव का है मामला
पिछले महीने 19 जून को राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गयी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये नकद जयपुर भेजे जा रहे हैं।