राजस्थाान में जारी राजनीतिक उठा पटक और पायलट खेमे से बागी तेवरों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तेवर आज कुछ नरम दिखाई दिए। आज गहलोत ने अपने रुख में परिवर्तन लाते हुए कहा कि जिन्होंने पार्टी को धोखा दिया है वह हाईकमान से माफी मांग ले। हाईकमान जो फैसला करेगी वह हमें मंजूर होगा। लेकिन हम चाहते हैं वह जनता के विश्वास को नहीं तोड़े।
इससे पहले आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। राजभवन से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई लेकिन राज्यपाल ने अभी भी सत्र बुलाने को सहमति नहीं दी है। सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को वापस लौटा दिया है। राज्यपाल ने अभी तक सत्र कराने की मंजूरी नहीं दी है।
अशोक गहलोत के भाई को ईडी का समन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई को मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिये समन किया है। यह मामला उर्वरक निर्यात में कथित वित्तीय अनियमितता से जुड़ा है। अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री के भाई अग्रसेन गहलोत को मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत आज दिल्ली में जांच अधिकारी के समक्ष बयान देने के लिये बुलाया गया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने 22 जुलाई को पीएमएलए के तहत दर्ज मामले में अग्रसेन गहलोत के जोधपुर और कुछ अन्य जगहों पर स्थित परिसरों की तलाशी ली थी।अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी को छापे के दौरान कई दस्तावेज मिले है। अग्रसेन गहलोत से पूछताछ के दौरान इन दस्तावेजों को दिखाया जाएगा। ऐसा समझा जाता है कि मामले में शामिल कुछ अन्य लोगों को भी तलब किया गया है। एजेंसी ने 2007-09 के सीमा शुल्क विभाग के मामले में ईसीआईआर (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) दर्ज किया। यह पुलिस की एफआईआर की तरह है।