जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी घमासान को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल थे। अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे कुछ साथी भारतीय जनता पार्टी के ट्रैप में फंसकर सरकार को गिराने की कोशिश में लगे थे। उन्होनें कहा कि सोने की छुरी प्लेट में खाने के लिए नहीं होती है। गहलोत आगे कहा कि राजनीति में विचारधारा की लड़ाई होती है, अगर आपके पास दो तिहाई बहुमत है चले जाओ तो कोई दिक्कत नहीं होती है। लेकिन आप बीजेपी के साथ मिलकर पैसे की डील कर रहे हो, अलग-अलग फेज़ में पैसे लेने की बात हो रही थी।
उन्होनें कहा कि राज्यसभा चुनाव में सब खेल पूरा हो गया था इसलिए अब विधायकों की बाड़ेबंदी की थी। गहलोत ने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि डिप्टी सीएम और पी सी सी चीफ खुद ही हॉर्स ट्रेडिंग को पूरा डील कर रहे थे। उन्होनें कहा कि लाइफ स्टाइल और अच्छी अंग्रेजी बोलने से कुछ नही होता, आपकी नीयत क्या है वो ज्यादा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सारी डील सचिन पायलट कर रहे थे, रात को 2 बजे डील हो गयी थी।
कांग्रेस ने राजस्थान में सभी जिला और खंड समितियां भंग कीं
कांग्रेस ने राजस्थान इकाई के अध्यक्ष पद से सचिन पायलट को हटाने के बाद बुधवार को प्रदेश की सभी जिला एवं खंड (ब्लॉक) समितियों को भंग कर दिया। पार्टी महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि नयी समितियों के गठन की प्रक्रिया जल्द आरंभ होगी।
पांडे ने ट्वीट किया, ‘‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राजस्थान प्रदेश की सभी जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग करने का फैसला किया है। नयी कमेटियों के गठन की प्रक्रिया जल्द आरंभ होगी। गौरतलब है कि अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने मंगलवार को कड़ी कार्रवाई की।
पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया । दो समर्थक मंत्रियों को भी उनके पदों से हटा दिया गया। पायलट के स्थान पर गोविंद डोटासरा को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।