जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम के लिए केंद्र सरकार द्वारा समय पर पर्याप्त संख्या में टीके उपलब्ध नहीं कराने का गंभीर आरोप लगाया है। गहलोत ने केंद्र सरकार से मांग की है कि टीकों की आपूर्ति जल्द से जल्द बढ़ाई जाए। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान को आवश्यकतानुसार टीका नहीं मिल रहा जिसके कारण बार-बार टीकाकरण का काम रोकना पड़ रहा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक लगभग 2 करोड़ 44 लाख टीके लगाए जा चुके हैं व प्रतिदिन 15 लाख टीके लगाने की क्षमता है।
गहलोत ने कहा कि अगर केंद्र सरकार समय पर उचित मात्रा में टीका उपलबध करवाये तो समय रहते लोगों को टीके लग सकते है जिससे तीसरी लहर का खतरा कम हो सकेगा। उन्होंने 26 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य की टीके आपूर्ति बढ़ाने का अनुरोध किया था। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2 करोड़ 5 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक लग चुकी है। इनमें से करीब 75 लाख लोगों को दूसरी खुराक जुलाई महीने में लगाई जानी है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा पूरे जुलाई महीने के लिए अभी तक सिर्फ 65 लाख खुराकों का ही आवंटन किया गया है। इनमें से भी 16 लाख खुराक निजी अस्पतालों को आवंटित की जाएगी।
गहलोत ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को टीके के वितरण में पारदर्शिता रखनी चाहिए एवं राज्यों को की जा रही आपूर्ति की जानकारी भी सार्वजनिक करनी चाहिए जिससे पता चल सके कि किस राज्य को कितनी संख्या में टीके दिए जा रहे है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान भौगोलिक रूप से देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां गांवों की दूरी भी काफी अधिक है। उन्होंने कहा, ‘यहां टीके के परिवहन में अधिक समय लगता हैं। एक बार टीका खत्म होने पर परिवहन और भंडारण के समय के कारण दोबारा कार्य सुचारू होने में दो से तीन दिन का समय लगता है जिससे टीकाकरण का कार्य बुरी तरह प्रभावित होता है।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और चिकित्साकर्मियों के कुशल प्रबंधन के कारण आज राज्य में टीके की बर्बादी नकारात्मक है यानी केंद्र सरकार से जितनी खुराकें मिलीं उससे अधिक लोगों को टीके लगाए गए।