Highlights
- अशोक गहलोत सरकार के 3 मंत्रियों ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की।
- इसके साथ ही गहोलत मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के लिए रास्ता साफ हो गया है।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा था कि राजस्थान में कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है।
जयपुर: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के 3 मंत्रियों ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राजस्थान में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की कवायद के बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा (Raghu Sharma), राजस्व मंत्री हरीश चौधरी (Harish Chaudhary) और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने मंत्री पद छोड़ने और पार्टी संगठन के लिए काम करने पेशकश की है। माना जा रहा है कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही तनातनी पर विराम लग जाएगा।
इस बीच कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी शुक्रवार को जयपुर पहुंचे हैं। माकन ने एयरपोर्ट पर कहा, ‘मुझे आपको यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि राजस्थान मंत्रिमंडल के हमारे तीन होनहार मंत्रियों ने आज सोनिया गांधी को पत्र लिखा है कि मंत्री पद छोड़ने की पेशकश की है। साथ ही पार्टी के लिए काम करने की इच्छा जताई है।’ उन्होंने कहा कि चौधरी, डोटासरा व शर्मा ने इस बारे में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। माकन ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी इनका सम्मान करती है। हमें खुशी है कि ऐसे होनहार लोग हैं जो पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं।’
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे पहले गुरुवार को कहा था कि राजस्थान में कांग्रेस में कोई गुटबाजी या झगड़ा नहीं है बल्कि विपक्ष भाजपा वाले इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। गहलोत द्वारा कभी बागी गुट का माने जाने वाले विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कांग्रेस एवं समर्थक 115 विधायकों से एक-एक कर बात की थी और सभी ने उनसे कहा,‘काम के मामले में हमारी कोई शिकायत नहीं। जितने काम हमने कहे, हमारे सब काम हुए। कोई गुटबाजी नहीं राजस्थान में। आप खुद देखेंगे कि गुटबाजी की अफवाहें विपक्ष वाले फैला रहे हैं। गुटबाजी वहां पर हैं कि उनकी जमानतें जब्त हो रही हैं कोई तीसरे कोई चौथे स्थान पर रह रहा है।’