राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा साल 2019 से 2021 तक भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में कुल 1015 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इस बाबत विधानसभा में मंगलवार को जानकारी साझा की गई। संसदयी कार्य मंत्री धारीवाल ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि 2019 से 2021 तक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कुल 1015 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इनमें से 998 के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे गए थे जिनमें से 811 मामलों में स्वीकृति दी भी जा चुकी है।
भ्रष्टाचार पर एक्शन
संसदीय कार्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का गृह मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि 59 मामलों में अभियोजन स्वीकृति नहीं दी गई है एवं 128 मामले अभी विचाराधीन हैं जबकि शेष 17 मामलों में फिलहाल अनुसंधान जारी है। इससे पहले विधायक अविनाश के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने अवगत कराया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा 2019 से 2021 तक विधानसभा क्षेत्र जैतारण में रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने पर तीन कर्मचारियों के खिलाफ अभियोग दर्ज किए गए।
राजस्थान की ही एक अन्य खबर में पाली के औद्योगिक थाना क्षेत्र में एक होटल में एक बैंक कर्मी ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। थानाधिकारी हिंगलाज दान ने बताया कि डीडवाना निवासी दोलसिंह (55) ने मंगलवार को एक होटल के कमरे में फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि परिजनों से प्रारंभिक पूछताछ से पता चला कि मृतक संभवत: मानसिक अवसाद में था। उनके अनुसार सेना से सेवानिवृत्ति होने के बाद दोलसिंह बैंक ऑफ बड़ौदा में एलडीसी के पद पर कार्य कर रहा था। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
(इनपुट-भाषा)