जयपुर: भारत ने टीकाकरण अभियान में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने अपने नागरिकों को कोरोना रोधी टीके की 100 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई है। भारत में टीकाकरण अभियान शुरू होने के सिर्फ 9 महीने में इस उपलब्धि को हासिल कर लिया गया है। देश भर में 100 करोड़ वैक्सीन लग जाने का जश्न मनाया जा रहा है। 100 करोड़ वैक्सीनेशन के इस जश्न के पीछे प्रशासन, चिकित्सा विभाग और विशेष तौर से चिकित्सा विभाग के नर्सिंग स्टाफ की कड़ी मेहनत की अनेक कहानियां हैं।
ऐसी ही एक कहानी जैसलमेर के दुरस्त सरहदी गांव म्याजलार से सामने आई है। जहां एक एएनएम अपने मासूम को गोदी में उठाए रोजाना रेगिस्तान के जहाज ऊंट को अपना साथी बनाकर निकल पड़ती है अपने फर्ज को अदा करने के लिए। सूरज की पहली किरण के साथ ही देश को कोरोना मुक्त बनाने की जदोजहद में जुट जाती हैं। दिनभर में कई मिलों दूर तक का सफर करती हैं।
गांव की हर ढाणी हर घर तक जाकर वैक्सीनेशन का काम करती हैं। एएनएम अनिता जो एक ओर अपने मासूम को साथ लिए मां का फर्ज अदा करती हैं तो दूसरी ओर देश को कोरोना मुक्त करवाने की जदोजहद में वैक्सीनेशन का काम कर रही हैं। हमारी टीम ने ग्राउंड पर पहुंचकर जाना कि आखिर कौनसा जज्बा उनको इन विषम परिस्थितियों में मुस्तैदी से अपना फर्ज अदा करने के लिए प्रेरणा देता है।