राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी को बंपर जीत मिली है। इस चुनाव के परिणाम आने के बाद से भाजपा के एक विधायक बाल मुकुन्दाचार्य का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक साधु वेष में दिख रहे विधायक जयपुर में अवैध मीट की दुकानों को बंद कराते दिख रहे हैं। ऐसे में हवामहल विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक बालमुकुन्द ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने बताया कि मैं श्री दक्षिणमुखी बालाजी हाथोस धाम पीठ का मैं सेवादार हूं जिसे आमेर के राजाओं द्वारा स्थापित किया गया था। मैं वहां मुख्य सेवादार के रूप में पिछले 30 वर्षों से सेवा दे रहा हूं। हवामहल विधानसभा ही मेरा मूल निवास स्थान है। उन्होंने बताया कि वो विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं।
जयपुर के एक्शन बाबा बाल मुकुन्द आचार्य
इंडिया टीवी से बात करते आचार्य बालमुकुन्द ने कहा कि पिछले कई वर्षों से कई संगठनों के साथ मिलकर हमने शहर के परकोटे को बचाने का काम किया है जो लगातार जारी रहेगा। शहर में प्राचीन मंदिरों को बचाने का संघर्ष जारी था। यहां कई मंदिरों को मूर्तियों को खंडित किया गया, कहीं मंदिरों के स्थान पर कचराघर बना दिया गया। ऐसे में भाजपा ने मुझपर विश्वास किया और लोगों ने मुझे अपना विधायक चुना। हमारी पिछली मांग थी कि इस पूरे क्षेत्र में चारों तरफ चल रहे अवैध मांस के कारोबार पर कार्रवाई की जाए। इन स्थानों पर मांस के कारण गंदगी फैलती है। इसे परकाशी कहते हैं। हमें इस परकोटे को बचाना है। नियम कायदे से अगर काम चले तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। हमने किसी को धमकाने का काम नहीं किया है, बल्कि हमने सोए हुए अधिकारियों को जगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि शहर में भय का माहौल है और लोग शहर को छोड़कर भागने को तैयार हैं।
इंटरव्यू में कहा- 5 साल से अवैध काम का अड्डा बना शहर
उन्होंने कहा कि नगर निगम से यह पूछना चाहिए कि एक दिन में ऐसा क्या हुआ कि एक दिन में हजारों लोग मीट शॉप के लिए लाइसेंस मांग रहे हैं। एक दिन के एक्शन का रिएक्शन है ये। मैं सनातनी और आध्यात्मिक व्यक्ति हूं। मुझे इस बात पर नाराजगी है कि मांस के शॉप के लाइसेंस को लेकर अधिकारियों ने झूठ बोला। मुझे अधिकारियों पर क्रोध था। अधिकारी नहीं बचने वाले हैं। अधिकारियों को भी इसमें जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिन दुकानों पर हम जा रहे हैं, वहां असमाजिक तत्व गुंडागर्दी के जरिए दुकान चला रहे हैं। दुकान चला रहे लोग आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और आंख दिखा रहे थे। इस कारण हमें बोलना पड़ा की आंख मत दिखा। आप कहीं भी चले जाए सड़क पर इस तरह के अवैध, नशे के अवैध काम जारी हैं। पिछले 5 साल से शहर इसका अड्डा बना हुआ है।