जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमा रहे 1875 उम्मीदवारों में से 651 उम्मीदवार करोड़पति हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार चुनावों में ताल ठोक रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.12 करोड़ रुपये है जबकि पिछले चुनावों में यह 2.12 करोड़ रुपये थी। असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी कि ADR की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा 176 करोड़पति उम्मीदवार बीजेपी की तरफ से मैदान में हैं जबकि कांग्रेस के करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या 167 है। वहीं, बीएसपी के 36 और AAP के 29 उम्मीदवार करोड़पति हैं। 8 उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनके पास कोई संपत्ति नहीं है।
कांग्रेस के रफीक मंडेलिया सबसे अमीर कैंडिडेट
चूरू से कांग्रेस उम्मीदवार रफीक मंडेलिया सबसे अमीर कैंडिडेट हैं। उनके पास 166.48 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उनके बाद नीमकाथाना से बीजेपी के उम्मीदवार प्रेम सिंह बाजौर हैं, जिनकी संपत्ति 123.23 करोड़ रुपये है। 122.94 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ निंबाहेड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी उदयलाल आंजना तीसरे स्थान पर हैं। जिन उम्मीदवारों के पास कोई संपत्ति नहीं है उनके नाम पुरुषोत्तम भाटी (निर्दलीय), वेद प्रकाश यादव (निर्दलीय), हेमंत शर्मा एडवोकेट (इंडियन पीपुल्स ग्रीन पार्टी), बनवारीलाल शर्मा (बीएसपी), कन्हैयालाल (निर्दलीय), नाहर सिंह (मजदूर किसान अकाली दल), बद्रीलाल (आजाद समाज पार्टी कांशी राम) और दीपक कुमार मीणा (सम्राट मिहिर भोज समाज पार्टी) है।
236 उम्मीदवारों के खिलाफ हैं गंभीर मामले
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में सूबे में कुल 27 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति थे जो अब बढ़कर 35 फीसदी हो गए हैं। 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में 2188 में से 597 उम्मीदवार करोड़पति थे। 236 उम्मीदवारों ने बताया है कि उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं। इनमें बीजेपी के 42, कांग्रेस के 34, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 24, AAP के 15, CPM के 12 और BSP के 8 उम्मीदवार शामिल हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 78 में से 24 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं जो कि कुल उम्मीदवारों का 31 फीसदी है।