अमृतसर: जसदीप सिंह गिल को सोमवार को तत्काल प्रभाव से डेरा राधास्वामी सत्संग ब्यास (आरएसएसबी) का आध्यात्मिक प्रमुख नामित किया गया। डेरा प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने इसका ऐलान किया। देश-विदेश में बड़ी संख्या में डेरा राधास्वामी के अनुयायी हैं। समय-समय पर देश के शीर्ष राजनेता भी डेरा ब्यास जाते रहते हैं। इसकी पुष्टि करते हुए डेरा के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, ‘‘कुछ समय से शहर से बाहर रहे बाबाजी कल डेरा ब्यास लौटे। आज सुबह उन्होंने डेरा सचिव एवं क्षेत्रीय प्रमुखों समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलायी जहां उनके उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा की गयी।’’
"हजूर" कहकर संबोधित किया जाएगा
वर्तमान सतगुरु गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने केवल जसदीप सिंह गिल को ही संत सतगुरु के रूप में मनोनीत किया है। हालाँकि, सत्संग कार्यक्रम, नामदान आदि तथा अन्य प्रशासनिक मामलों का कार्यभार बाबा जी के पास ही रहेगा। हजूर जसदीप सिंह गिल को "हजूर" कहकर संबोधित किया जाएगा। हजूर जसदीप सिंह गिल का बायोडाटा आरएसएसबी की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।ढिल्लों के स्वास्थ्य के संबंध खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि वह ‘बिल्कुल ठीक’ हैं।
कौन हैं जसदीप गिल?
गिल (45) ने कैम्ब्रिज से रासायनिक इंजीनियरिंग में ‘डॉक्टरेट’ कर रखी है। वह दिल्ली के आईआईटी के छात्र रह चुके हैं। वह सिपला (इंडिया) में मुख्य रणनीति अधिकारी एवं वरिष्ठ प्रबंधन कार्मिक भी रहे हैं। उन्होंने इसी साल के प्रारंभ में अपने इस पद से इस्तीफा दिया था। उनकी पत्नी डॉक्टर है। इस बीच, आरएसएसबी सचिव देवेंद्र कुमार सिकरी ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने सुखदेव सिंह गिल के पुत्र जसदीप सिंह गिल को दो सितंबर, 2024 से तत्काल प्रभाव से राधास्वामी सत्संग ब्यास सोसाइटी का संरक्षक मनोनीत किया है।’’
सिकरी ने कहा, ‘‘जसदीप सिंह गिल राधास्वामी सत्संग ब्यास सोसाइटी के संत सतगुरु के रूप में बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों का स्थान लेंगे और उन्हें नाम दीक्षा देने का अधिकार होगा।’’ सीकरी ने कहा, ‘‘बाबा जी ने कहा है कि जिस प्रकार हुजूर महाराज जी के बाद उन्हें संगत का भरपूर सहयोग एवं प्यार मिला है, उसी प्रकार उनकी इच्छा एवं अनुरोध है कि जसदीप सिंह गिल को भी संरक्षक एवं संत सतगुरु के रूप में अपनी सेवा निभाने में वही प्यार एवं स्नेह दिया जाए।’
(रिपोर्ट-विशाल शर्मा)