दिल्ली-एनसीआर में सांसों पर मंडरा रहे संकट को लेकर मुख्य तौर पर पंजाब को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर की हवाओं में पराली जलने की हिस्सेदारी मौजूदा समय में 38 फीसदी है। इस बीच, पंजाब में गुरुवार को पराली जलाने के मामले में कमी दर्ज की गई। हालांकि, यहां के किसान अभी भी पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
रामगढ़ गांव के खेतों में जलाई गई पराली
पंजाब के पटियाला के पास रामगढ़ गांव का वीडियो सामने आया है, जहां खेतों में जलती हुई पराली देखी जा सकती है। खेतों में पराली जलाने के लिए कई जगहों पर आग लगाई गई है। खेतों से उठते धुआं को देखा जा सकता है, जो प्रदूषण के स्तर को बढ़ा सकता है। पंजाब के कई प्रमुख शहरों की हवा गुरुवार को बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई।
पंजाब में 639 स्थानों पर पराली जलाई गई
पंजाब में गुरुवार को 639 स्थानों पर पराली जलाई गई। सबसे अधिक 135 मामले मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह जिले संगरूर से सामने आए हैं। वहीं, बठिंडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 372 दर्ज किया गया। मंडी गोबिंदगढ़ का एक्यूआई 357, खन्ना का 297 और पटियाला का 306 पहुंच गया। जालंधर का एक्यूआई 249 और लुधियाना का 285 दर्ज किया गया। वहीं, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जा रही है। पराली जलाने वाले 11 किसानों पर केस दर्ज किया गया है।
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