शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने महाराष्ट्र के नादेड़ में तख्त श्री हजूर साहिब के गुरुद्वारा बोर्ड के प्रशासक के तौर पर एक गैर सिख व्यक्ति को नियुक्त करने पर सोमवार को आपत्ति जताई। बादल ने इसे पृथक सिख पहचान पर एक खतरनाक वैचारिक हमले का हिस्सा करार दिया।
संवेदनशीलता दिखाने का भी आग्रह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे अलग-अलग पत्रों में बादल ने फैसले को तत्काल बदलने का आग्रह करते हुए प्रशासक के रूप में नौकरशाहों में से किसी सिख की नियुक्ति की मांग की। एक बयान में बादल ने केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार से सिख भावनाओं के प्रति अधिक संवेदनशीलता दिखाने का भी आग्रह किया।
"फैसले के खिलाफ सिख समुदाय में नाराजगी"
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को रविवार को पत्र लिखकर नियुक्ति पर आपत्ति जताई थी और इसे वापस लेने की मांग की थी। धामी ने कहा था कि गुरुद्वारा बोर्ड के प्रशासक के रूप में एक गैर-सिख की नियुक्ति सिख भावनाओं और 'मर्यादा' के अनुरूप नहीं है। धामी ने कहा था कि इस फैसले के खिलाफ सिख समुदाय में काफी नाराजगी है।