नई दिल्लीः लोकसभा में गुरुवार को कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और भाजपा नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बीच कुछ व्यक्तिगत टिप्पणियों को लेकर तीखी नोकझोंक देखी गई। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि निचले सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
इस वजह से चन्नी पर भड़के केंद्रीय मंत्री
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए चन्नी ने बिट्टू के दादा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या का जिक्र किया। कांग्रेस सांसद चन्नी ने कहा, "बिट्टू जी, आपके पिता (दादा) शहीद हो गए थे, लेकिन असल में उनकी मौत उस दिन हुई जिस दिन आपने कांग्रेस छोड़ी.."।
चरणजीत सिंह चन्नी के इस बयान से केंद्रीय मंत्री बिट्टू नाराज हो गए। रेल और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री बिट्टू ने चन्नी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कुछ व्यक्तिगत टिप्पणी करके उनका विरोध किया, जिससे लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया।
बिट्टू ने कांग्रेस सांसद पर लगाए कई गंभीर आरोप
बीजेपी नेता बिट्टू ने कहा, ''मेरे दादा ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, कांग्रेस के लिए नहीं। यह व्यक्ति (चन्नी) गरीबी के बारे में बात कर रहे हैं। वह पंजाब में सबसे भ्रष्ट और अमीर व्यक्ति हैं। अगर गलत साबित हुआ तो मैं अपना नाम बदल दूंगा'। बिट्टू ने कहा कि चन्नी 'मीटू' (छेड़छाड़ का आरोप) में भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री देशद्रोही की तरह व्यवहार कर रहे हैं और सदन के माध्यम से पूरे देश को गुमराह कर रहे हैं।
सदन के बाहर आने पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि पूर्व सीएम चन्नी ने कहा कि एनएसए किसानों पर लगाया गया है। यह पूरी तरह से झूठा बयान है। उनसे सदन के पटल पर सबूत लाने के लिए कहा गया तो वह बैकफुट पर चले गए और उनके पास कोई जवाब नहीं था।
अमृतपाल सिंह का जिक्र कर कांग्रेस को मुश्किल में डाला
बता दें कि आज लोकसभा में बजट पर चर्चा हो रही थी। कांग्रेस की तरफ से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बजट को गरीब विरोधी, किसान विरोधी और पंजाब विरोधी करार दिया। यहां तक तो ठीक था लेकिन इसके बाद चन्नी थोड़ा बहक गए। पहले उन्होंने कहा कि सरकार ने एजेंसियों को विरोधी दलों के नेताओं के पीछे लगा दिया। देश में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात हैं और अपनी बात को साबित करने के लिए चन्नी ने अमृतपाल सिंह का जिक्र कर दिया।
उन्होंने कहा कि ये भी तो इमरजेंसी है कि जिस व्यक्ति को लोगों ने चुना उसको NSA लगाकर जेल में रखा गया। उसके बोलने की आजादी छीनी गई है। जैसे ही चन्नी ने खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को सपोर्ट किया तो कांग्रेस के नेता उनका मुंह ताकते रह गए लेकिन चन्नी रूके नहीं। इसके बाद भी चरणजीत सिंह ने खालिस्तानी अमृतपाल सिंह की पार्लियामेंट में खड़े होकर हिमायत की। इस पर बीजेपी ने कांग्रेस से सवाल पूछे और कांग्रेस के नेताओं को अब जवाब देना मुश्किल हो रहा है।