चंडीगढ़: पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिस पर कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर फर्जी बिल और कंपनियों का उपयोग कर माल एवं सेवा कर (GST) राजस्व में सरकारी राजकोष को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। सतर्कता ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को यहां एक बयान में कहा कि आरोपी सैमी धीमान 5 साल से फरार था, उसे पकड़ लिया गया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उसने फर्जी बिल और कंपनियों के इस्तेमाल के माध्यम से सरकार को जीएसटी राजस्व में लगभग 25 करोड़ रुपये का भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया है। वह पिछले पांच वर्षों से गिरफ्तारी से बच रहा था।’’
फर्जी बिल बनाकर दिया धोखाधड़ी को अंजाम
उन्होंने कहा कि पांच जुलाई, 2018 को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक साजिश) तथा जीएसटी अधिनियम, 2017 की संबंधित धारा के तहत फतेहगढ़ साहिब जिले में मंडी गोबिंदगढ़ के थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। बाद में मामले की जांच सतर्कता ब्यूरो उड़न दस्ते-1, मोहाली को सौंपी गई। प्रवक्ता ने कहा कि मंडी गोबिंदगढ़ के निवासी धीमान और उसके सहयोगियों ने कथित रूप से फर्जी बिल बनाकर योजनाबद्ध तरीके से जीएसटी धोखाधड़ी को अंजाम दिया। ये फर्जी बिल ऐसी कंपनियों के नाम पर बनाए गए जिनका कहीं कोई अस्तित्व ही नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘इन फर्जी बिल को मंडी गोबिंदगढ़ और लुधियाना में संचालित कंपनियों को बेचा जाता था। आरोपी के इन कृत्यों से राजकोष को करीब 25 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ।’’
2 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को सतर्कता ब्यूरो उड़न दस्ता-1, मोहाली के निरीक्षक सुखजिंदर सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने गिरफ्तार किया। उसे स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। सतर्कता ब्यूरो मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटा है।
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