पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बुधवार को अपने मंत्रियों से राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने को कहा है। बता दें कि राज्य के होशियारपुर, रूपनगर और गुरदासपुर जिलों में बचाव और राहत अभियान जारी हैं। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी है। उन्होंने बताया कि भाखड़ा और पोंग बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद तीनों जिलों के कई इलाकों में जलभराव हो गया। सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध और ब्यास नदी पर पोंग बांध (दोनों हिमाचल प्रदेश में हैं) अपने-अपने जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद भरे हुए हैं।
तीन जिलों में बाढ़
अधिकारियों ने बताया कि पहले ही इन तीन जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिया है, साथ ही वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सीएम मान ने अपने मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश दिया है और एनडीआरएफ की टीम को तैनात करने के भी निर्देश दिए है। राज्य सरकार ने सोमवार को गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन जिलों के निवासियों से कहा था कि वे ब्यास नदी के पास न जाएं, क्योंकि पोंग बांध से पानी छोड़ा जाएगा। बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद यह निचले इलाकों और ब्यास व सतलुज नदियों के किनारे बसे कई गांवों में भी घुस गया है। ग्रामीणों ने कहा कि बाढ़ के पानी के कारण कई जगहों पर खेतों में लगी फसलें भी डूब गई हैं।
ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया
अधिकारियों ने आगे कहा कि कई ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। सीएम के कहे मुताबिक, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह और ब्रह्म शंकर जिम्पा ने होशियारपुर जिले के टांडा उर्मर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया है। सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बचाव अभियान जारी है और लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नौकाएं भी तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और खनन विभाग ब्यास नदी के किनारे तटबंधों की दरारों को भरने में लगे हुए हैं। पंजाब में एक माह से अधिक समय में दूसरी बार बाढ़ आई है। 9 से 11 जुलाई के बीच राज्य में हुई बारिश से राज्य के कई हिस्से प्रभावित हुए, जिससे बड़े पैमाने पर कृषि क्षेत्रों और अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया और जन-जीवन अस्त व्यस्त हुआ है।
ये भी पढ़ें:
पंजाब के CM ने बताई सरकार की प्राथमिकता, कहा- स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, व्यापार और खेती पर है ध्यान