पंजाब में फेक आईडी से सिम कार्ड लेने वाले पर बड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने फर्जी पहचान और जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके एक्टिव किए गए 1.8 लाख से अधिक सिम कार्ड्स को ब्लॉक कर दिया है। पुलिस ने यह कदम फर्जी आईडी पर सिम कार्ड जारी करने के खतरे को रोकने के लिए उठाया है। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने गुरुवार को कहा कि 500 सिम कार्ड एक ही फोटो के साथ, लेकिन अलग-अलग नामों से फर्जी दस्तावेज बनाकर जारी किए गए हैं।
डिस्ट्रीब्यूट-एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई शुरू
दूरसंचार विभाग के सहयोग से आंतरिक सुरक्षा विंग ने फर्जी आईडी पर सिम कार्ड बेचने वाले डिस्ट्रीब्यूटर और एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि फर्जी आईडी पर सिम कार्ड जारी करने वाले प्वाइंट ऑफ सेल्स डिस्ट्रीब्यूटर्स, एजेंटों और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है। पुलिस ने पिछले तीन दिनों में 52 एफआईआर दर्ज करने के अलावा फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड की बिक्री में शामिल पाए गए 17 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सिम कार्ड्स की पहचान करने के लिए अभियान
विशेष डीजीपी (आंतरिक सुरक्षा) आर.एन. ढोके ने कहा कि उन्होंने दूरसंचार विभाग और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के साथ कई बैठकें की हैं। इसके बाद कार्रवाई की गई है। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस महानिरीक्षक (काउंटर इंटेलिजेंस) राकेश अग्रवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है और फर्जी आईडी पर जारी किए गए सिम कार्ड्स की पहचान करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है।