5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुए चूक के मामले को लेकर पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार के द्वारा एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगे जाने पर बड़ा एक्शन लिया है। नियमों के मुताबिक सीएम भगवंत मान ने सुप्रीम कोर्ट की जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए अधिकारियों के खिलाफ सीरियस डिसिप्लिनरी एक्शन लेने की सिफारिश की है। इनमें से कुछ अधिकारियों का डिमोशन हो सकता है, जो रिटायर हो चुके हैं, उनका पेंशन कटऑफ और अन्य रिटायरमेंट सुविधाओं में कटौती की जा सकती है। मौके पर मौजूद सभी ड्यूटी अफसरों से भी लिखित में सफाई मांगी गई है।
अधिकारियों के खिलाफ दायर होगा चार्जशीट?
इसमें पूर्व डीजीपी एस चट्टोपाध्याय, आईजी इंदरबीर सिंह और एसएसपी हरमनदीप हंस के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी। PM मोदी की सुरक्षा में चूक के समय चट्टोपाध्याय राज्य के डीजीपी, इंदरबीर फिरोजपुर के डीआईजी और हंस फिरोजपुर के एसएसपी थे। ये सभी अधिकारी प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान ड्यूटी में लापरवाही को लेकर बड़ी पेनल्टी के लिए चार्जशीट होंगे। चीफ सेक्रेटरी विजय कुमार ने सभी दोषी अधिकारियों को चार्जशीट करने को लेकर फाइल भेजी थी। जिसमें से मुख्यमंत्री कार्यालय ने केवल तीन IPS अधिकारियों की चार्जशीट को मंजूरी दी।
अमृतपाल के खिलाफ एक्शन जारी
बता दें कि वर्तमान में पंजाब में खूब उथल-पुथल मचा हुआ है। यहां वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह पर पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अमृतपाल के कई करीबियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं खालिस्तान की लगातार मांग कर रहे अमृतपाल सिंह फिलहाल फरार चल रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि अमृतपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पुलिस अधिकारियों की माने तो अबतक अमृतपाल पकड़ा नहीं गया है। वहीं अब अमृतपाल के तार पाकिस्तान से भी जुड़ने लगे हैं।