लुधियाना (पंजाब): पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते एवं कांग्रेस के लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को दावा किया कि उन्हें फोन पर यह धमकी मिली है कि यदि उन्होंने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ बोलना बंद नहीं किया तो इसके गंभीर अंजाम भुगतने पड़ेंगे। बिट्टू तीन बार के सांसद हैं। वह बेअंत सिंह के पोते हैं, जिनकी 1995 में हत्या कर दी गई थी।
गौरतलब है कि गुरुवार को अमृतपाल के समर्थकों ने अवरोधकों को तोड़ दिया और अजनाला में एक पुलिस थाना परिसर में घुस गए थे। उनमें से कुछ के हाथों में तलवारें और बंदूकें थीं। समर्थक, अमृतपाल के गिरफ्तार सहयोगी लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान को रिहा करने की मांग कर रहे थे। अपहरण का आरोपी लवप्रीत शुक्रवार को जेल से बाहर आया है।
अमृतपाल के खिलाफ बोलना बंद करने को कहा
लुधियाना के सांसद ने कहा कि उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर धमकी दी है। बिट्टू अभी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में शामिल हो रहे हैं। बिट्टू ने कहा, ‘‘कॉल करने वाले व्यक्ति ने कहा कि मुझे अमृतपाल सिंह के खिलाफ बोलना बंद कर देना चाहिए, अन्यथा गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा।’’ धमकी देने वाले ने सांसद बिट्टू से कहा कि जैसे उनके दादा का हाल हुआ था वैसे ही जल्द ही उन्हें भी बम से उड़ा दिया जाएगा। आरोपी ने खुद को वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल का साथी बताया।
यह भी पढ़ें-
- ‘गुरु ग्रंथ साहिब को ढाल बनाने वालों को...’, अमृतपाल पर बुरी तरह भड़के CM भगवंत मान
- EXCLUSIVE: अमृतपाल का बवाल, किस 'तूफान' का प्लान? क्या है 'नये भिंडरावाले' का इरादा?
दीप सिद्धू ने की थी ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन की स्थापना
दुबई से लौटा अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है। इस संगठन की स्थापना अभिनेता दीप सिद्धू ने की थी, जिनकी पिछले साल फरवरी में एक सड़क हादसे में मौत हो गई। घुमर मंडी पुलिस चौकी, लुधियाना के प्रभारी उप निरीक्षक सतनाम सिंह भुल्लर ने कहा कि उन्हें बिट्टू को फोन पर मिली धमकी के बारे में एक शिकायत प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है।